पिपलौदा द्वारकाधीश में लूटपाट के लिए किया था दोहरा हत्याकांड
उज्जैन, अग्निपथ। भाजपा नेता और उनकी पत्नी की हत्या कर लूटपाट करने वाले चार आरोपियों के मकान पर प्रशासन ने शुक्रवार को बुलडोजर चलाकर तोडऩे की कार्रवाई की। मकान तोडऩे के दौरान पिपलौदा द्वारकाधीश में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
शहर से 25 किलोमीदूर देवासरोड पर ग्राम पिपलौदा द्वारकाधीश में 26-27 जनवरी की रात भाजपा के पूर्व मंडल अध्यक्ष रहे रामनिवास कुमावत (68) और उनकी पत्नी मुन्नीबाई (65) की धारदार हथियार से हमला कर हत्या कर दी गई थी। बदमाश घर से आभूषण और कुछ नगदी लेकर भागे थे। दोहरे हत्याकांड के बाद हत्या एसपी सचिन शर्मा खुद मौके पर पहुंचे थे। वहीं आरोपियों की गिर तारी पर 20 हजार का इनाम घोषित कर एसआईटी गठित की थी। नरवर पुलिस ने हत्या और लूटपाट का मामला दर्ज किया था। 3 तीनों की तलाश के बाद पिपलोदा द्वारकाधीश में रहने वाले अलफेज पिता लियाकत शाह (19) आरिफ पिता मेहरबान शाह (22) विशाल बागवान (23)और एक नाबालिग को गिर तार किया गया था। चारों ने लूटपाट के इरादे से वृद्ध दंपति की हत्या कर आभूषण और कुछ नगदी लूटना कबूल किया था।
एसपी सचिन शर्मा ने मामले का खुलासा करते हुए प्रशासन से उनकी संपत्ति का पता लगाने के लिये कहा था। राजस्व विभाग से जानकारी मिलने के बाद सामने आया था कि चोरों के मकान अवैध रूप से बनाए गये है। शुक्रवार को प्रशासन की टीम बुलडोजर लेकर पिपलोदा द्वारकाधीश पहुंची और एक-एक कर चारों के मकानों का अवैध हिस्सा जमीदोंज कर दिया। प्रशासन पहले ही आरोपियों के परिवारों को मकान खाली करने का नोटिस जारी कर दिया था। आज टीम के पहुंचने पर परिवारों ने बचा समान भी बाहर कर लिया था। प्रशासन की कार्रवाई के इस दौरान पूरे ग्राम में भारी पुलिस बल तैनात किया गया था।
3 पिपलौदा द्वारकाधीश, 1 देवास से पकड़ाया था
दोहरे हत्याकांड को अंजाम देने के बाद रात में चारों आरोपी ग्राम पिपलौदा द्वारकाधीश से भाग निकले थे। एक दिन बाद तीन वापस लौट आये थे और पुलिस पर नजर रख रहे थे। पुलिस कई बिंदुओं पर आरोपियों का पता लगाने का प्रयास कर रही थी और बदमाशों के बाहरी होने की आशंका जताई जा रही थी। जिससे तीनों का लगा था कि पुलिस उन तक नहीं पहुंच पाएगी। लेकिन पुलिस ने ग्राम में पूछताछ शुरू की तो एक युवक के लापता होने की जानकारी सामने आई।
गुप्त रूप से युवक का पता किया गया तो उसके देवास में होने की सूचना मिली। 72 घंटे बाद पुलिस देवास पहुंची और उसे एक शादी समारोह से हिरासत में लेकर वहीं पूछताछ की। उसने ग्राम के 2 साथी और नाबालिग के साथ चोरी की योजना बनाकर हत्या करना कबूल कर लिया। ग्राम में साक्ष्य एकत्रित कर रही टीम को पता चला तो उन्होने पिपलोदा द्वारकाधीश में घूम रहे नाबालिग सहित 2 अन्यों को हिरासत में लेकर मामले का खुलासा कर दिया।
लूटे गये आभूषण और हथियार बरामद
पुलिस ने मामले का खुलासा करने के बाद चारों को न्यायालय में पेश किया था। जहां से नाबालिग को बाल संप्रेषणगृह भेज तीन का रिमांड पर लिया था। जिनसे लूटे गये आभूषण में शामिल चांदी की पायजेब, कंगन, कान के टाप्स, बिछिया, चार कारतूस 17 सौ रूपये नगद औ हत्या में प्रयुक्त एक छुरा, एक रॉड बरामद की जा चुकी है। हत्या के बाद मु,य आरोपी रहे अलफेज और आरिफ ने अपने खून लगे कपड़े फेंक दिये थे। उसे भी बरामद किया जा चुका है। दोहरे हत्याकांड में विशाल और नाबालिग की भूमिका चोरी की योजना में शामिल होने के साथ घटना वाले दिन रैकी करना सामने आया है।