उज्जैन, अग्निपथ। बैंक मैनेजर के साथ डेढ़ साल पहले 2 लाख 27 हजार का आरटीजीएस ऑनलाइन कराकर धोखाधड़ी करने वाले 2 शातिर बदमाशों को मेरठ और गाजियाबाद से पुलिस ने गिरफ्तार किया है। सोमवार को पुलिस ने इसका खुलासा किया। दोनों को न्यायालय ने 6 दिनों की पुलिस रिमांड पर दिया है।
एएसपी अमरेन्द्रसिंह ने बताया कि 5 जुलाई 2019 को बैंक ऑफ इंडिया की मैनेजर मनीषा भार्गव के मोबाइल पर रुकमणी मारुति शोरूम मैनेजर संजय बाहेती के नाम से अज्ञात व्यक्ति ने कॉल कर रुक्मणी मोटर्स के खाते की जानकारी ली और वाहन क्रय करने के नाम पर 2 लाख 27 हजार रुपए का आरटीजीएस करा लिया। बाद में जानकारी सामने आई कि शोरुम के मैनेजर ने आरटीजीएस के लिये फोन नहीं किया था।
ऑनलाइन ठगी होने पर बैंक मैनेजर मनीषा ने मामले की शिकायत नागझिरी थाने पर दर्ज कराई थी। 18 माह की जांच प्रक्रिया के बाद पुलिस ने गुलदीप पिता इसमपाल 27 वर्ष निवासी रामबाग कालोनी रोशनपुर डोरली मेरठ और पुनीत पिता बेदराम पुनिया 34 वर्ष निवासी मोदीनगर गाजियाबाद उत्तरप्रदेश को गिरफ्तार किया है। दोनों को न्यायालय में पेश कर 6 दिनों की रिमांड पर लिया है, जिनसे धोखाधड़ी कर अपने खाते में आरटीजीएस कराये गये रुपयों की बरामदगी के लिये एक टीम मेरठ और गाजियाबाद रवाना की गई है।
ट्रू कॉलर पर मार्क करते थे मोबाइल नंबर
ऑनलाइन आरटीजीएस करने वाले दोनों शातिर बदमाशों ने बताया कि वह ठगी को अंजाम देने के लिये पहले ऐसे व्यक्ति का मोबाइल नंबर मार्क करते थे जिसके साथ धोखाधड़ी करना है। मोबाइल नंबर मार्क करने के बाद उसे संबंधित व्यक्ति के नाम से कॉल करते थे। ट्रू कॉलर पर सामने वाले को वही नाम दिखता था और वह झांसे में आ जाता था। ऐसे में धोखाधड़ी करना आसान हो जाता था। रुकमणी शोरुम मैनेजर का नंबर मार्क करने के बाद बैंक मैनेजर को कॉल किया था। दोनों मिलकर अंतर्राज्यीय स्तर पर लोगों को कॉल कर धोखाधड़ी करते थे।