उज्जैन, अग्निपथ। मासूम बच्चों को लगने वाले जीवनरक्षक टीके का दूसरा डोज लगने के बाद रात में सोया 6 माह का मासूम शनिवार सुबह नींद से नहीं जागा। चिकित्सकों ने परीक्षण के बाद उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस ने मर्ग कायम कर तीन डॉक्टरों की पैनल से पोस्टमार्टम कराया है।
नरवर थाना क्षेत्र के ग्राम मताना में रहने वाले अरबाज खान ने शुक्रवार को अपने 6 माह के मासूम बेटे मो. उवेश को शासकीय स्कूल में आगनवाड़ी की ओर से लगे शिविर में पेंटावेलीन जीवनरक्षक टीके को दूसरा डोज लगवाया था। उसके बाद देर शाम तक बेटा खेलता रहा और देर शाम को सो गया।
शनिवार सुबह नींद से नहीं जागा तो उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पर ले जाया गया। जहां चिकित्सकों ने परीक्षण के बाद मृत घोषित कर दिया। परिजनों को यकीन नहीं हुआ तो वह जिला अस्पताल लेकर पहुंचे। सांसे थमने पर मामले की सूचना ड्यूटी कंपाउंडर ने नरवर थाना पुलिस को दी।
एएसआई पवन कुशवाह ने जिला अस्पताल पहुंचकर मर्ग कायम किया और परिजनों के बयान दर्ज किये तो उन्होने शंका जताई कि टीकाकरण से मासूम बेटे की जान गई है। मामला जीवनरक्षक वैक्सीन का होने पर मासूम के पोस्टमार्टम के लिये तीन डॉक्टर्स की पैनल बनाई गई।
जिसमें एक नरवर, दूसरे जिला अस्पताल और तीसरे शिशु रोग विशेषज्ञ को शामिल किया गया। पैनल ने बिसरा एकत्रित कर जांच के लिये लेब भेजा है। बताया जा रहा है कि मासूम को पहला डोज डेढ़ माह पर लगा था। शुक्रवार को शिविर में कुछ ओर मासूमों को जीवनरक्षक को डोज लगाया गया था, वह सभी स्वस्थ्य है। एएसआई कुशवाह के अनुसार पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने पर ही मौत की सही वजह का पता लगा पाएगा।