शाजापुर, अग्निपथ। शहर में एक बार फिर इक्का-मिंडी का बाजार गर्म हो गया है, और लोगों को एक रुपए के दस रुपए देने के नाम पर सट्टाखोर सक्रिय हो चले हैं। शहर की गली से लेकर चौराहों तक पर सट्टा माफियाओं ने अपनी दुकानदारी लगाकर लोगों को ठगने का काम बेखौफ जारी कर रखा है। जिम्मेदार अधिकारी भी इस अवैध धंधे को जानकर अनजान बने हुए हैं, या कहें कि लक्ष्मी लालसा के चलते मामले में कार्रवाई ही नहीं करना चाह रहे हैं।
सट्टा माफिया शाजापुर में जिम्मेदारों से सांठगांठ कर लोगों की मेहनत का पैसा लालच देकर हड़पने का काम कर रहा है। शहर के काछीवाड़ा, धोबी चौराहा, धानमंडी, बेरछा रोड, टंकी चौराहा सहित अन्य स्थानों पर सट्टाखोरों के ठगी का ठेका बेखौफ संचालित हो रहा है।
प्रतिदिन कमा रहे लाखों
जिम्मेदारों की उदासीनता के चलते शहर में सट्टाखोर प्रतिदिन लाखों रुपए अवैध ढंग से कमा कर गरीब वर्ग के लोगों को और गरीब करने का काम कर रहे हैं। 1 रुपए के 10 रुपए मिलने के लालच में मजदूर वर्ग के लोग सट्टाखोरों के जाल में आसानी से फंस रहे हैं और आज नही तो कल अपना भाग्य खुलेगा, इस उम्मीद के साथ अंकों के मायाजाल में उलझकर मजदूर तबके के लोग बर्बादी के दलदल में धंसते चले जा रहे हैं। शहर में यदि इन सट्टाखोरों की दुकानदारी समेट दी जाए, तो लोगों को भी इस बुरी लत से आसानी से छुटकारा मिल सकता है।
इनका कहना है
शहर में सट्टा चलने के मामले को दिखवाता हूं। यदि कोई व्यक्ति सट्टा लिखते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। -पंकज श्रीवास्तव, पुलिस अधीक्षक शाजापुर।