शंख द्वार पर मार्डरेट लिस्ट की प्रिंट लेकर पहुंचे श्रद्धालुओं को रोका, बाद में रुपये वापस किए, वीडियो वायरल
उज्जैन। तीन माह से वेतन को तरसते सुरक्षाकर्मी अब पैसा कमाने के लिए तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं। नासिक से आए श्रद्धालुओं से बुकिंग कराने के नाम पर सुरक्षाकर्मी ने 800 रुपए ऐेंठ लिए। श्रद्धालु दर्शन करने पहुंचे तो गेट पर मौजूद मंदिर कर्मचारी और पुलिस कर्मियों ने उनको रोका तब कहीं जाकर मामले का खुलासा हुआ। सुरक्षाकर्मी ने मौके की नजाकत को भांपते हुए श्रद्धालुओं को पैसे वापस कर दिए। बाद में श्रद्धालुओं को भगवान महाकाल के दर्शन कराए गए।
सोमवार की दोपहर 12 से 1 बजे के बीच नासिक के श्रद्धालु प्रकाश गायकवाड़ के साथ उनकी मौसी-काका सहित 5 लोग भगवान महाकाल के दर्शन करने के लिए महाकालेश्वर मंदिर के शंख द्वार पर पहुंचे थे। उनके पास मोबाइल नहीं था, लिहाजा दर्शन की आस में ऑनलाइन बुकिंग करवाने के लिए वे भस्मारती काउंटर पर पहुंचे तो यहां पर उनको एसआईएस कंपनी का सुरक्षाकर्मी मिला। उसने इसका फायदा उठाते हुए उनकी आनलाइन बुकिंग कर दी। मोबाइल नहीं होने के कारण श्रद्धालुओं के पास मैसेज नहीं पहुंचा। लिहाजा सुरक्षाकर्मी ने भस्मारती काउंटर के कम्प्यूटर से मार्डरेट बुकिंग की लिस्ट की प्रिंट निकालकर श्रद्धालुओं को पकड़ा दी और दर्शन को कह दिया। श्रद्धालु जब फेसिलिटी सेंटर पहुंचे तो यहां पर मौजूद पुलिसकर्मी तरुण शर्मा और गेट निरीक्षक लश्करी ने उनको रोक दिया।
उसको माफ कर देना
प्रकाश गायकवाड़ ने जाते-जाते यह भी कहा कि सुरक्षाकर्मी से गलती हो गई है। उसको माफ कर देना। उसकी नौकरी का सवाल है। ऐसे में अग्निपथ द्वारा सुरक्षाकर्मी का नाम प्रकाशित नहीं किया गया है। लेकिन सुरक्षाकर्मी आगे से गलती न करे, इसके लिए समाचार प्रकाशित किया गया है। एसआईएस कंपनी के अधिकारी और मंदिर के सुरक्षा प्रभारी को भी समाचार पर संज्ञान लेना चाहिए और सुरक्षाकर्मियों द्वारा की जा रही भ्रष्टचारी पर रोक लगाना चाहिए।