तापमान में 2 डिग्री की कमी, रात में 3 डिग्री का उछाल आया
उज्जैन, अग्निपथ। तेज बारिश नहीं होने से गंभीर डेम में पानी की आवक भी रुक गई है। फिलहाल कोई भी हैवी सिस्टम सक्रिय नहीं होने से तेज बारिश होने की कोई संभावना मौसम विज्ञानी नहीं जता रहे हैं। 19 जुलाई के बाद बंगाल की खाड़ी में एक और सिस्टम सक्रिय हो रहा है। इसके बाद आशा करना चाहिये कि इसकी दिशा पश्चिमी मप्र की ओर हुई तभी तेज बारिश देखने को मिल सकती है।
मानसून सक्रिय होने के बाद हल्की बूंदाबांदी ही देखने मिल रही है। दो दिन पहले सुबह के समय दो घंटे की बारिश के बाद अब लोगो को तेज बारिश के लिये इंतजार करना होगा। आया हुआ सिस्टम गुजरात की ओर निकल जाने के बाद 19 जुलाई को फिर से बंगाल की खाड़ी में सक्रिय होने वाले सिस्टम पर बारिश का पूरा दारामेदार है। हालांकि मानसून में एक के बाद एक सिस्टम सक्रिय होते हैं। ऐसे में परेशानी वाली कोई बात नहीं है।
जीवाजीराव वेधशाला अधीक्षक डॉ. आरपी गुप्त की मानें तो हल्की बूंदाबांदी होती रहेगी। स्ट्रांग सिस्टम सक्रिय नहीं होने से तेज बारिश का इंतजार करना होगा। बुधवार को दिन का तापमान 2 डिग्री लुढक़ कर 30 डिग्री रिकार्ड किया गया। हालांकि रात का तापमान 3 डिग्री उछल कर 25.5 डिग्री पर पहुंच गया था। मौसम विज्ञानियों की मानें तो जब तक पांच से छह बार तेज बारिश नहीं होती तब तक उमस से लोगों को सामना करना पड़ेगा। बुधवार को भी दिन में तेज उमस से लोग परेशान होते रहे। इस दौरान उमस का प्रतिशत सुबह 84 और शाम का 77 रहा।
453. 632 एमसीएफटी
गंभीर डेम की 2250 मिलियन क्यूबिक फीट (एमसीएफटी) जल संग्रहण क्षमता है। मंगलवार की शाम को 8 बजे तक यह बढक़र 453. 632 एमसीएफटी पर पहुंच गई थी। लेकिन इसके बाद इंदौर और देवास से पानी की आवक और बारिश नहीं होने के कारण फिलहाल बुधवार को भी शाम 8 बजे तक डेम का जलस्तर यही रहा।