मामला सिविल अस्पताल में जनपद सदस्य के शव के पोस्टमार्टम में हुई कथित देरी का
सुसनेर, अग्निपथ। जनपद सदस्य के शव का पोस्टमार्टम करने में हुई देरी के मामले में सिविल अस्पताल सुसनेर के सीबीएमओ डॉ. राजीव बरसेना द्वारा ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टर द्वारा ही पोस्टमार्टम करने के बाद भी अन्य डॉक्टरों को नोटिस जारी कर दिए। जिससे डॉक्टरों के बीच तनाव पैदा हो गया है। नोटिस जारी होंने के बाद डॉक्टर कह रहे है कि जब हमारी ड्यूटी ही नहीं थी तो हमें नोटिस क्यों जारी किए गए है।
जानकारी के अनुसार डॉक्टरों को नोटिस माहौल को ठंडा करने के लिए दिखावटी कारवाई के लिए जारी किए गए है। उल्लेखनीय है कि 13 जुलाई को तहसील के डोंगरगढ़ गाँव मे जनपद सदस्य देवीलाल गुर्जर ने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। शनिवार को पोस्टमार्टम के लिए परिजनों को दो घंटे इंतजार करना पड़ा।
डॉक्टरों की कमी और मरीजों की भीड़ के चलते पोस्टमार्टम के लिए कोई डॉक्टर उपलब्ध नहीं हुआ। ऐसे में जनप्रतिनिधियों के हस्तक्षेप के बाद शव का पोस्टमार्टम हो सका। डॉक्टरो की कमी से पोस्टमार्टम में देरी के कारण अस्पताल में पदस्थ 2 डॉक्टरो को नोटिस की मार झेलना पड़ी।
शव का पोस्टमार्टम सीबीएमओ द्वारा जारी रोस्टर के अनुसार ड्यूटी पर तैनात डॉ. सुयश भारद्वाज ने ही किया। फिर भी सीबीएमओ द्वारा डॉ नीलम जैन व डॉ हर्षिता टटावत को पोस्टमार्टम से मना करने के लिए कारण बताओ नोटिस जारी कर दिया गया।
बता दे कि नगर के शासकीय सिविल अस्पताल में व्यवस्थाओं को लेकर डॉक्टरों के बीच आपसी खींचतान शुरु हो गई है। अस्पताल के पर्याप्त डॉक्टर नहीं है। डॉक्टरों की कमी के चलते प्रत्येक डॉक्टर को 24-24 घंटे लगातार डयूटी करना पड़ रही है। डॉक्टर कम होने से काम का बोझ बढ़ गया है जिसके चलते अब डॉक्टरों के बीच आपसी खींचतान भी शुरू हो गई है।
इनका कहना
13 जुलाई को मेरी इमरजेंसी नहीं ओपीडी ड्यूटी थी। फिर भी वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर इमरजेंसी मरीजों का संभालने का कार्य किया गया। पोस्टमार्टम मेरी इमरजेंसी डयूटी में न तो आया और न ही मुझे पुलिस द्वारा इसकी सूचना दी गई। पोस्टमार्टम डयूटी डॉक्टर द्वारा किया गया है। इसके बाद भी मुझे पोस्टमार्टम नहीं करने के लिए नोटिस जारी कर दिया गया जो कि गलत है। – डॉ. नीलम जैन, मेडिकल ऑफिसर सुसनेर
तय रोस्टर के मुताबिक डॉक्टरों की ड्यूटी लगाई गई थी। जिसमें लापरवाही सामने आने पर संबंधितों को कारण बताओ सूचना पत्र जारी किए हैं। दोनों से जवाब मिलने पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
– डॉ. राजीव बरसेना, मुख्य ब्लॉक मेडिकल अधिकारी सुसनेर