उज्जैन, अग्निपथ। पिछले दिनों नगरनिगम ने श्री महाकालेश्वर मंदिर के गेट नंबर 4 की ओर से अतिक्रमण हटाया था और अधिकारियों ने दावा किया था कि अब यहां दोबारों दुकानें नहीं लगने दी जायेंगी। लेकिन चंद दिनों बाद ही यहां पर दुकानें दोबारा लग गई हैं।
बड़ा गणेश मंदिर से लेकर हरसिद्धि के बीच और वहां से हरसिद्धि की पाल, बड़ा गणेश मंदिर की गली मेें दुकानदारों ने खुलकर दुकानें लगा ली है। बताया जाता है कि इन अवैध दुकानों को नगर निगम के कर्मचारियों का ही प्रश्रय है। निगम के कर्मचारियों ने यहां पर पहले की तरह दुकानें लगवाना शुरू कर दी है।
दूसरी ओर बड़ा गणेश मंदिर के पास घाटी पर भी दुकानें लगाई जा रही हैं। यही स्थिति गेट नंबर एक की ओर भी है। यहां पर भी प्रशासन ने दुकानें हटाई थी और जो दुकानें अनुमति से लगी हैं उन्हें पीछे किया था। लेकिन यहां पर भी दुकानदारों ने सडक़ तक अपनी दुकानें लगा दी है।
हाथ ठेला एवं फुटपाथ व्यापारी संघ भी पहुंचे दुकानें लगाने की मांग लेकर
इसी बीच गुरुवार को हाथ ठेला एवं फुटपाथ व्यापारी संघ ने भी महाकाल मंदिर और हरसिद्धि क्षेत्र में दुकानें लगाने की मांग को लेकर नगर निगम और कलेक्टर को ज्ञापन दिया है। जिला अध्यक्ष संजय सिंह चौहान ने बताया कि एक ओर से निगम कर्मचारी अवैध दुकानें लगवा रहे हैं दूसरी ओर नगर निगम से पीएम स्वनिधि योजना का लोन प्राप्त व्यापारियों को रोजगार नहीं करने दिया जा रहा है।
जिला अध्यक्ष संजय सिंह चौहान, विजय कुमार जैन, सुरेश कहार, रूपा कहार, बसंती बाई, रेखा कहार, दुर्गेश ठाकुर, राजा भाई आदि सदस्यों ने मांग की कि महाकाल घाटी चार नंबर गेट वाले पथ विक्रेताओं को भी पूर्व के अनुसार सावन मास में 6 बजे से 11 बजे तक दुकान संचालित किए जाने की अनुमति प्रदान की जाए।