क्लीनिक बंद करने के आदेश के बाद भी संचालित करता पाया गया
उज्जैन, अग्निपथ। मुख्यमंत्री मोहन यादव द्वारा फर्जी डॉक्टर्स पर कार्रवाई करने के आदेश निकालने के बाद गुरुवार को उज्जैन के पण्ड्याखेड़ी में क्लीनिक संचालित करने वाले फर्जी डॉक्टर का क्लीनिक सील कर दिया। डॉक्टर पर मासूम को गलत इंजेक्शन लगाने और इलाज के दौरान मौत हो जाने के बाद स्वास्थ्य विभाग ने कार्रवाई की है।
उज्जैन पंड्याखेड़ी के चावड़ा क्लीनिक को डॉक्टर डॉ. मोहन चावड़ा संचालित करते हैं। आरोप है कि 6 अगस्त 2023 को इन्दर सिंह यादव के पुत्र के इलाज के दौरान मौत हो जाने के बाद डॉक्टर के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई थी। इसके बाद जांच पूरी होने तक डॉ चावड़ा को क्लीनिक बंद करने का आदेश दिया गया था।
इसके बाद भी डॉ चावड़ा ने अपना क्लिनिक खोलकर इलाज करते रहे। शिकायत मिलने पर माधव नगर अस्पताल के अधीक्षक डॉ विक्रम रघुवंशी सहित डॉ. प्रदीप सोमेश और बाबू विकास राजपूत सहित पंवासा थाने की टीम ने कार्रवाई करते हुए क्लिनिक को सील कर दिया।
फर्जी डॉक्टर के पास बीईएमएस की डिग्री
डॉ विक्रम रघुवंशी ने बताया कि आरोपी डॉक्टर मोहन चावड़ा के पास दवाई लिखने, इंजेक्शन लगाने सहित क्लीनिक चलाने की अनुमति नहीं है। उन्होंने बीईएमएस की डिग्री ली है। इसके बाद भी उनके क्लिनिक पर कई दवाई मिली है। बच्चे की मौत के बाद डॉक्टर चावड़ा का क्लीनिक आज सील कर रहे हैं। जल्द ही प्रतिवेदन बनाकर थाने भेजा जाएगा। इसके बाद पुलिस भी आरोपी डॉक्टर के खिलाफ मामला दर्ज कर सकती है।
इनका कहना
यह डॉक्टर किसी भी काउंसलिंग से अटैच नहीं था। एलोपैथिक पद्धति से इलाज कर रहा था।
– डॉ. विक्रम रघुवंशी, अधीक्षक माधव नगर अस्पताल