महाकाल की सवारी: पुलिस बैंड का स्वर अभिषेक-“सत्यम शिवम सुंदरम”

दूसरी सवारी में जुड़ा पुलिस बैंड का नया अध्याय, जनजातीय कलाकारों ने दिखाया भड़म और करमा नृत्य

उज्जैन, अग्निपथ। सोमवार को शाम 4 बजे महाकाल मंदिर द्वार पर गूंज रहा था सत्यम शिवं सुंदरम.. और इसके बाद शुरू हुआ मेरे सरकार आये हैं… यह स्वर लहरियां माहौल को धर्ममय बनाकर लोगों को मंत्रमुग्ध किये थी, इसी माहौल के बीच भगवान महाकालेश्वर नगर भ्रमण पर निकलते हैं। भगवान महाकाल की सवारी का यह नया अध्याय इसी सोमवार से प्रारंभ हुआ है। पिछले सोमवार की सवारी से शुरू हुआ आदिवासी नृत्य इस बार भी शामिल था। जनजातीय कलाकारों ने इस बार भड़म और करमा नृत्य का प्रदर्शन किया।

भगवान महाकाल की सवारी में इस सोमवार से एक और गौरवशाली अध्याय पुलिस बैंड का जुड़ गया। स्पेशल पुलिस बैंड के करीब 350 जवानों ने महाकाल द्वार, सवारी और रामघाट पर ऐसा संगीतमय माहौल बनाया कि देखने-सुनने वाले मग्न हो गये। रामघाट पर भी भगवान महाकाल की आरती और सत्यम शिवं सुंदर का स्वर जब बैंड से गूंजा तो ऐसा लगा मानों भगवान महाकाल का स्वर अभिषेक हो रहा है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की विशेष पहल पर 350 जवानों के पुलिस बैंड की प्रस्तुति ने भगवान महाकाल की सवारी के गौरव और शोभा को कई गुना बढ़ाया।

उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ.यादव ने पुलिस बैंड की महत्ता पर बल देते हुए हर जिले में पुलिस बैंड की स्थापना और इसके लिए इच्छुक पुलिसकर्मियों को प्रशिक्षण देकर उन्हें बैंड में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए थे। उनके निर्देश पर प्रदेश की पुलिस इकाइयों में पुलिस कर्मचारियों को बैंड वादन व विभिन्न वाद्ययंत्रों का सघन प्रशिक्षण दिया गया। जिनके द्वारा आज बाबा महाकाल की सवारी में प्रस्तुति दी गईं।

सवारी में पहली बार पुलिस ब्रॉस बैंड के 350 जवानों की सुमधुर प्रस्तुति ने सवारी के उत्साह, उमंग और आकर्षण को और अधिक बढ़ाया। सवारी मार्ग से लेकर शिप्रा तट के पावन रामघाट पर बाबा महाकाल की सवारी के पूजन के दौरान पुलिस बैंड द्वारा विशेष प्रस्तुतियां दी गई जिसमें एक से बढक़र एक धार्मिक धुनों की प्रस्तुति से श्रद्धालु झूम उठें। पुलिस बैंड द्वारा नम: शिवाय -ओम नम: शिवाय, हर-हर शंभू, देवा महादेवा, मेरे घर राम आए है, देवा हो देवा गणपति देवा, जय शिव ओमकारा, सत्यम शिवम सुन्दरम आदि शिवभजनों की सुमधुर धुनों की प्रस्तुतियां पर श्रद्धालु झूम उठे। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बाबा महाकाल की सवारी में अद्भुत प्रस्तुति देने के लिए पुलिस बैंड को बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।

श्रावण के दूसरे सोमवार पर भगवान श्री महाकालेश्वर पालकी में श्री चन्द्रमोलेश्वर रूप में तथा हाथी पर श्री मनमहेश के स्वरूप में अपने भक्तों को दर्शन देने और अपनी प्रजा का कुशल-मंगल जानने नगर भ्रमण पर निकले। सवारी के निकलने के पूर्व सभामंडप में पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद पटेल ने सपत्नीक भगवान महाकाल का पूजन किया। शासकीय पुजारी पं.घनश्याम शर्मा ने पूजन करवाया। मंत्री श्री पटेल ने रामघाट पर भी पालकी का पूजन भी किया। श्री पंचायती महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरी महाराज सहित जनप्रतिनिधिगण भी मौजूद थे।

महाकाल की सवारी

जनजातीय कलाकारों ने दी मनमोहक प्रस्तुतियां

बाबा महाकाल की सवारी में छिंदवाड़ा और डिंडोरी जिले के जनजाति कलाकारों द्वारा मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई। छिंदवाड़ा से आए कलाकारों ने पारंपरिक वेशभूषा कुर्ता,धोती और पगड़ी पहनकर पिंकी, ढोल आदि वाद्ययंत्रों पर भड़म नृत्य की आकषर्क प्रस्तुतियां दीं। वहीं डिंडोरी जिले के जनजातीय कलाकारों ने थिसकी, बासुरी, मादर, टिमकी आदि वाद्य यंत्रों पर कर्मा नृत्य की मनमोहक प्रस्तुतियां ने महाकाल की सवारीमें समां बांधा। कर्मा नृत्य में पुरुषों ने हवाल, छीनन्द्री,झंगा ,जैकेट कलगी और महिलाओ ने मुंगी, फरिया, बिरंन माला, करदन, टिसकी पहनी। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री डॉ यादव की मंशानुरूप बाबा महाकाल की सवारियों में प्रदेश के विभिन्न जनजातीय जिलों के जनजातीय कलाकारों का समूह शामिल हो रहा हैं।

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