उज्जैन, अग्निपथ। महाकाल थाना क्षेत्र स्थित हरसिद्धि मंदिर के पीछे गौंड बस्ती रोड़ पर नगर निगम के सेवानिवृत्त कर्मचारी की बदमाशों ने गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात घर में घुसकर हत्या कर दी। प्रथम दृष्टया हत्या का कारण डकैती क रना सामने आया है। बुजुर्ग के घर से गहने और जेवर सहित अन्य सामान भी चोरी हुआ है। हादसे के वक्त घर पर वह अकेला था,पत्नी राखी के लिए मायके भीलवाड़ा गई हुई थी। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए पहुंचाया।
एसआई एके जादौन ने बताया हरसिद्धि मंदिर के पीछे मनकामनेश्वर महादेव मंदिर के समीप रहने वाले सेवानिवृत्त निगमकर्मी मोहन लाल शर्मा उम्र 65 वर्ष की हत्या की गई है। सेवानिवृत्त बुजुर्ग के सिर के पीछे भारी चीज से वार किया गया है। पुलिस को सूचना मिली कि बुजुर्ग का शव उसके ही घर में पड़ा है। शुक्रवार सुबह पुलिस पहुंची तो उसकी मौत हो चुकी थी।
पुलिस ने शव बरामद कर जिला अस्पताल भेजा जहां डॉक्टर्स ने मृत्यु की पुष्टि की। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्प्ताल की मरच्युरी में रखवाया। मोहन लाल की पत्नी राखी के त्यौहार के लिए अपने मायके भीलवाड़ा गई हुई थी। दोनों बेटे मनासा में रहते हैं। परिजनों के आने के बाद पुलिस ने शुक्रवार शाम मृतक का पोस्टमॉर्टम कराने के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
पुलिस ने बताया हत्या का कारण डकैती हो सकता है। बुजुर्ग के घर से महंगा सामान और आभूषण भी चोरी होने की बात सामने आई है। ाुक्रवार देर शाम तक पोस्टमॉर्टम चल रहा था परिजनों के बयान भी नहीं हुए। पुलिस मामले में जांच कर रही है।
पहली पत्नी की मृत्यु के बाद दूसरा विवाह किया था
मृतक मोहन लाल की पहली पत्नी की मृत्यु हो गई थी। पत्नी की मृत्यु के बाद उसने दूसरा विवाह किया था। बताया जाता है कि उसके दोनों बेटे मनासा में रहते हैं जो पहली पत्नी के हैं।
एनजीओ के लिए काम करने वाले व्यक्ति ने फांसी लगाकर आत्महत्या की
उज्जैन, अग्निपथ। चिमनगंज मंडी थाना क्षेत्र स्थित गिरीराज रतन कॉलोनी में रहने वाले 54 वर्षीय व्यक्ति ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मर्ग कायम कर पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया। आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल पाया है।
पुलिस मामले में जांच कर रही है।
पुलिस ने बताया गिरीराज रतन कॉलोनी कानीपुरा के रहने वाले वीरेंद्र पिता लक्ष्मीनारायण नागर ने अपने घर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। उसने आत्महत्या करने से पहले अपने बेटे यशवर्धन को मैसेज कर सूचना दी। यशवर्धन ने पड़ोसियों को घर जाकर देखने के लिए कहा। पडा़ेसी ने वीरेंद्र के फांसी पर लटके होने की सूचना यशवर्धन को दी।
वीरेंद्र के भाई दिनेश ने बताया कि वह दिल्ली में रहता था। एनजीओ के लिए काम करता था। पत्नी साड़ी की दुकान पर काम करती है। पुलिस ने बताया परिजनों ने शव को फंदे से उतारकर अस्पताल पहुंचाया। जहां डॉक्टर्स ने मृत्यु घोषित कर दी। पुलिस ने शव बरामद कर मर्ग कायम किया और पोस्टमॉर्टम के बाद परिजनों के सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने बताया आत्महत्या के कारण स्पष्ट नहीं हुए हैं। पुलिस परिजनों के बयान लेगी उसके बाद कारण सामने आएंगे।