उज्जैन, अग्निपथ। पंवासा थाना क्षेत्र स्थित माधोपुरा के समीप रेलवे ट्रैक पर ट्रेन से कटकर एक मानसिक विक्षिप्त युवक की मौत हो गई। सुबह 7 बजे पुलिस को पटरी पर युवक के टकराकर मौत होने की सूचना मिली। पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया। दोपहर तक उसकी पहचान नहीं हो पाई थी।
इसके बाद युवक के परिजन पुलिस थाना पंवासा उसकी गुमशुदगी लिखाने पहुंचे तो उसके हुलिए के मुताबिक पुलिस ने उसकी शिनाख्ती के लिए परिजन को जिला अस्पताल पहुंचाया। यहां मृतक के भाई अर्जुन ने उसकी शिनाख्त की।
अर्जुन ने पुलिस को बताया कि उसका भाई विनोद पिता ज्ञानेश्वर मालवीय है। वह लंबे मानसिक रूप से लंबे समय से बीमार है और भटकता रहता था। वो कब रेलवे पटरी पर चला गया किसी को पता नहीं चला। संभवत: देर रात ट्रेन से टकराने से उसकी मौत हुई और शरीर कटकर दो हिस्सों में बंट गया। पुलिस ने मर्ग कायम कर पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।
चार दिन पहले घर से निकले वृद्ध ने घट्टिया क्षेत्र में फांसी लगाई, मौत
उज्जैन, अग्निपथ। बड़ौद के रहने वाले 55 वर्षीय वृद्ध ने घट्टिया थाना क्षेत्र स्थित ग्राम तुलाहेड़ा के खेत में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने शव बरामद कर पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल पहुंचाया। परिजनों की मौजूदगी में पुलिस ने मर्ग कायम कर पोस्टमॉर्टम कराया। वृद्ध द्वारा आत्महत्या के कारणों का पुलिस पता लगा रही है।
पुलिस ने बताया नारायण पिता बापू सिंह चौहान निवासी भीमाखेड़ा बड़ौद ने घट्टिया के तुलाहेडा गांव स्थित एक खेत में फांसी लगाई। वह मूलरूप से बड़ौद का रहने वाला था। मृतक के पुत्र मनोहर लाल ने बताया कि चार दिन पहले उसके पिता नारायण घर से बगैर बताए निकल गए थे। इसके बाद वह घट्टिया पहुंचे यहां तीन दिन तक तुलाहेड़ा में रहे। यहां के किसान प्रीतम सिंह ने पुलिस को बताया कि तीन दिन पहले वह उनके पास आकर काम मांग रहा था।
इस पर प्रीतम ने नारायण से कहा कि वह अपने परिवार से किसी को बुलवा ले तो वह काम पर रख लेगा। मंगलवार शाम प्रीतम उज्जैन आया था इसी दौरान नारायण ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मर्ग कायम कर पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया।