उज्जैन, अग्निपथ। शनिवार को शहर में श्री गणेश की स्थापना का दौर देर शाम तक जारी था। बारिश का दौर शुरू हो गया था। इसके बीच भी चल समारोह निकाले जा रहे थे।
शनिवार को सुबह से तेज धूप होने के कारण उमस और गर्मी का माहौल बना हुआ था। हालांकि दोपहर में बादल छाने के बाद कुछ देर बूंदाबांदी हुई थी। इसके बाद फिर उमस का माहौल बन गया था। इधर शाम को करीब 7.30 बजे अचानक तेज बारिश का दौर शुरू हुआ। बारिश के कारण उमस से परेशान लोगों को राहत मिली। शनिवार को सुबह के समय धूप खिली रही दोपहर में कुछ देर सूरज बादलों की ओट में छुपा रहा। हल्के बादलों से दोपहर तीन बजे कुछ देर बूंदाबांदी होने के बाद बादल छाए हुए थे। जिसके कारण फिर उमस का वातावरण हो गया था।
शाम करीब 7.30 बजे अचानक काले बादलों ने डेरा डाला और तेज बारिश का दौर शुरू हो गया। तेज बारिश होने के कारण कुछ ही देर में निचले इलाकों में पानी जमा हो गया। वहीं गणेश उत्सव के लिए लगाए गए पंडाल में आयोजकों को परेशानी हुई। हालांकि शहर के अधिकांश बड़े पांडालों में बारिश को देखते हुए पहले ही इंतजाम कर लिए गए थे। इधर वेधशाला में शनिवार को जहां अधिकतम तापमान 30.5 डिग्री और न्यूनतम तापमान 23.8 डिग्री दर्ज किया गया है। वेधशाला में अभी तक कुल 757.6 मिली मीटर वर्षा दर्ज की गई है।
गणेश महोत्सव के साथ ही त्योहारी सीजन भी शुरू, 10 दिन में तीन सर्वार्थ सिद्धि योग
त्योहारी सीजन का श्रीगणेश आज (शनिवार)गणपति महोत्सव से हो गया है। इस बार 10 दिवसीय गणेश महोत्सव के दौरान 3 सर्वार्थ सिद्धि योग रहेंगे। इसमें सोना-चांदी की ज्वेलरी, जमीन, मकान, फ्लैट के साथ ही वाहन खरीदना काफी शुभकारी माना जाता है। पं. अजय व्यास ने बताया कि गणेश चतुर्थी पर दुर्लभ ब्रह्मम योग था। जो रात 11:17 तक रहा। इसके बाद इंद्र योग का संयोग बनेगा।
गणेश चतुर्थी पर सर्वार्थ सिद्धि योग दोपहर 12.34 से शुरू हुआ। इसका समापन 8 सितंबर को सुबह 6 बजे होगा। वहीं 7, 9 और 14 सितंबर को सर्वार्थ सिद्धि योग है। वाहन की खरीदारी के लिए 7 और 8 सितंबर का मुहूर्त बहुत अच्छा है। ज्योतिषाचार्य पं. रवि शर्मा ने बताया कि श्री गणेश प्रथम पूज्य होते हैं। ऐसे में ऐसे में 10 दिनों तक प्रॉपर्टी, वाहन आदि खरीदना शुभ फल देगा। वहीं त्योहारी सीजन को देखते हुए बाजार में भी ऑफर शुृरू हो गए हैं।
गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश के स्वरुप में भगवान महाकाल
उज्जैन, अग्निपथ। गणेश चतुर्थी पर्व पर शनिवार को श्री महाकालेश्वर मंदिर में भस्म आरती और संध्या आरती के दौरान भगवान महाकाल का गणेश जी के स्वरूप में श्रृंगार किया गया।