कई वाहन पलटने के बाद भी जिम्मेदारों का नहीं है ध्यान
उज्जैन, अग्निपथ। करोड़ों रुपये की लागत से टाटा कंपनी द्वारा शहर में सीवर लाइन प्रोजेक्ट का कार्य किया जा रहा है। काम करने वाली टाटा कंपनी द्वारा अब तक सडक़ों के नीचे गैर तकनीकी तौर-तरीकों से पाइप लाइन बिछाई गई है जो अब लोगों के लिए परेशानी का कारण बनने लगी है। पाइप लाइन में बारिश का पानी जमा के बाद अब चैम्बरों से निकल रहा है जो वाहन चालकों के लिये दुर्घटना का कारण भी बन रहा है।
टाटा कंपनी ने नानाखेड़ा बस स्टैंड क्षेत्र में सीवर लाइन प्रोजेक्ट के तहत पाइप लाइन डाली गई है। इन लाइनों में बारिश का पानी पहुंच रहा है। पानी के आगे बढऩे या निकासी की कनेक्टिविटी नहीं होने के कारण यह पानी चैम्बरों से निकलकर सडक़ों पर बहता है।
बस स्टैंड की गली में डाली गई पाइप लाइन से लगातार पानी निकलने के कारण सडक़ के आसपास बड़ा गड्ढा हो गया है साथ ही सडक़ भी क्षतिग्रस्त हो चुकी है। बस स्टैंड से ई रिक्शा का संचालन करने वाले योगेन्द्र कपूर ने बताया कि बस स्टेण्ड टर्न पर चैम्बर से पानी निकलने के कारण गड्ढे में 5 से अधिक ई रिक्शा पलट चुके हैं और उसमें बैठे यात्री भी घायल हो चुके हैं।
शहर में सीवर लाइन प्रोजेक्ट के अंतर्गत बीच सडक़ों पर बनाये गये चैम्बरों से अब तक अनेक वाहन चालक गिरकर हाथ पैर तुड़वा चुके हैं। यहां तक कि कुछ लोगों की जान भी जा चुकी है। नानाखेड़ा क्षेत्र के रहवासियों ने चर्चा में बताया कि अभी तो यह टाइटल है जब बारिश का पानी सीवर लाइन के चैम्बरों से बह रहा है। जब प्रोजेक्ट का काम पूरा हो जायेगा और लाइन को घरों से जोडक़र सीवर का पानी इस लाइन में बहाया जायेगा उस दौरान लाइन ओवरफ्लो की स्थिति में शहर की क्या हालत होगी।