उज्जैन, अग्निपथ। क्या सचमुच हमारा उज्जैन बदल रहा है? जी हाँ यह सच है सचमुच बदल रहा है। आज हम बात करते हैं कोठी महल क्षेत्र की। कोठीमहल को 80 करोड़ की लागत से संग्रहालय में तब्दील किया जा रहा है साथ ही कोठीमहल तक पहुँचने के सारे मार्ग भी फोरलेन किये जा रहे हैं। आइये हम बताते हैं कौनसी सडक़ कितनी चौड़ी की जा रही है।
- कोठीमहल के नजदीक से वर्तमान में विक्रमनगर रेलवे स्टेशन जा रही छोटी सी सडक़ को 24 मीटर (78.74 फुट) चौड़ा किया जा रहा है। विक्रमादित्य प्रशासनिक भवन (जिलाधीश कार्यालय) से प्रारंभ होकर जिला न्यायालय भवन के बाजू से होता हुआ यह मार्ग सीधे विक्रमनगर रेलवे स्टेशन के सामने से होकर देवास-मक्सी लिंक रोड से जुड़ेगा। इस मार्ग के फोरलेन हो जाने से देवास और मक्सी रोड से जुडऩे के लिये वैकल्पिक व्यवस्था हो जायेगी।
- कोठीमहल से प्रारंभ होकर सर्किट हाऊस के सामने देवास रोड को जोडऩे वाली वर्तमान सडक़ को 18 मीटर (59.055 फुट) चौड़ा किया जा रहा है यह सडक़ निर्माणाधीन है।
- पूर्व सांसद एवं आलोट से वर्तमान विधायक चिंतामण मालवीय के जिलाधीश कार्यालय के निकट आवास के सामने से प्रारंभ होकर विश्वविद्यालय कर्मचारियों के आवासों एवं हनुमान जी की मंदिर के सामने से होकर मयूरवन से होकर देवास रोड तक जाने वाले मार्ग को जोडऩे वाली वर्तमान सडक़ को 24 मीटर (78.74 फुट) चौड़ा अर्थात फोरलेन में तब्दील किया जा रहा है। इस फोरलेन के मार्ग में पडऩे वाले प्राचीन हनुमान मंदिर को फोरलेन के मध्य में लिया जायेगा।
- मयूरवन से शुरू होकर कन्या छात्रावास के सामने से मुख्यमंत्री आवास। (विक्रम विश्वविद्यालय कुलगुरू के पूर्व आवास) के सामने वाली सडक़ को भी 24 मीटर (78.74 फुट) चौड़ा मतलब फोरलेन किया जा रहा है।
- कोठी महल के कोने से जिला न्यायालय के प्रवेश द्वार तक जाने वाली वर्तमान सडक़ को भी 24 मीटर (78.74 फुट) चौड़ा किया जा रहा है। यह फोरलेन भी आगे जाकर देवास-मक्सी लिंक रोड से जुड़ेगा।
इन सारे मार्गों के फोरलेन बन जाने से मुख्यमंत्री जी के प्रोटोकाल के तहत एक वैकल्पिक मार्ग हमेशा तैयार रहेगा। फोरलेन का जाल बिछ जाने के कारण कोठी महल की सुंदरता में भी चार चाँद लगना तय है।