नागदा, अग्निपथ। नागदा खाचरौद विधानसभा के अंतर्गत आने वाले गांव उमरनी पिछले चार दिनों से अंधेरे में डुबा है, रात्रि में ग्रामीणों को अंधेरे के कारण विपरीत परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है, गांव के 75 प्रतिशत उपभोक्ताओं द्वारा समय पर बिजली बिल की अदायगी जा रही है इसके बाद भी अंधेरे में रहने को विवश होना पड़ रहा है।
कुछ उपभोक्ताओं द्वारा समय पर बिजली बिलों की अदायगी नहीं किए जाने से पूरा गांव चार दिनों से अंधेरे में डुबा है, जिसके कारण बच्चों से लेकर बुजूर्गो को असुवधिा का सामना करना पड़ रहा है, समय पर बिजली बिल की अदायगी करने वाले उपभोक्ताओं ने विद्युत कंपनी के अधिकारियों से सम्पर्क किया तो शेष बचे बिलों की राशि जमा कराने की बात कहीं।
ग्रामीण नितेशसिंह गुर्जर ने बताया कि लगभग दो हजार से अधिक आबादी वाले गांव में एक डीपी लगी है जिस पर अत्याधिक घरेलु दबाव होने पर चार दिन पहले जल गई, ग्रामीणों ने लाईनमेन और सहायक लाईनमेन को विद्युत डीपी उतारकर नवीन डीपी लगाने की बात कहीं, तो लाईनमेन का कहना है कि विद्युत डीपी आपको ही उतारकर ले जाना होगी।
इधर ग्रामीणों का कहना है कि वर्तमान समय में खेतों में पानी देने में लगे है रात्रि के समय किसान खेतों में जुटा रहता है विद्युत डीपी को उतारने से लेकर ले जाने में लगभग दो दिन का समय लगेगा, जिसमें ग्रामीणों को चैनब्लॉक, ट्रेक्टर ट्राली, मजदूर सहित अन्य सभी संसाधन जुटाना होंगे।
ग्रामीण बाबुलाल का आरोप है कि गांव में वर्षो पुराने बिजली के तार है जिनको बदलने के लिए ग्रामीणों ने शिकायत, इसके बाद भी पुराने तारों से बिजली सप्लाई की जा रही है जिससे आए दिन हादसे होते रहते है। ग्रामीण ने बताया कि दो दिन पहले गांव में एक व्यक्ति की मौत हो गई, अंधेरे के कारण पुरी रात गैसबत्ती में गुजरना पड़ी। विभागीय सूत्रों के अनुसार विद्युत कंपनी के पास एक ही वाहन है जिसका उपयोग जिला मुख्याल से डीपी व अन्य संसाधन लाने ले जाने में किया जाता है यदि कोई ग्रामीण व्यक्ति गांव की डीपी ट्रेक्टर ट्राली से लेकर आता है तो उसको आने जाने का खर्च मिल जाता है।
इनका कहना
बुरानाबाद ग्रीड के अंतर्गत आने वाले गावं उमरनी में बिजली तीन दिन से गुल है आपसे जानकारी लगी है मामले की जानकारी लेकर कुछ कह पाऊंगा।
– निमेशकुमार, डीई-मप्रविविकंपक्षेत्र