मामला चरक अस्पताल के प्रसूति वार्ड में युवकों के घुसने का
उज्जैन, अग्निपथ। रविवार की देर रात ढाई बजे के करीब चरक अस्पताल के प्रसूति वार्ड में उस समय हंगामा मच गया जब महिलाओं को पता चला कि दो-तीन युवक वार्ड में घुसे हैं। उनकी मंशा किसी का बच्चा चुराने की थी। जैसे ही वार्ड में खटपट की आवाज आई प्रसुताएं जाग गईं और शोर मच गया। इस मामले को लेकर सिविल सर्जन से बात की तो उन्होंने कहा कि ऐसे असामाजिक तत्व घुस आते हैं, लेकिन ये बच्चा चोरी नहीं हो सकते क्योंकि वार्डोंं में सीसीटीवी लगे हैं।
प्रसूताओं को जागता और शोर मचाता देखकर वार्ड में घुसे युवक भाग निकले। बड़ी देर तक वहां दहशत का माहौल रहा। शोर सुनकर वार्ड में ड्यूटी देने वाली नर्सें व अन्य कर्मचारी भी पहुंच गए थे।
इस घटना की चश्मदीद गवाह सिंधी कालोनी में रहने वाली बबीता ने बताया कि वार्ड में दो-तीन युवक घुसे थे।्र जब शोर मचा तो वे भाग निकले। इस घटना के बाद लोगों का कहना था कि यदि वे बच्चा चुराने नहीं आए तो फिर उनका इस तरह दबे पांव आने का मकसद क्या था। खास बात यह कि प्रसूतिगृह में महिलाओं के अलावा किसी को प्रवेश नहीं दिया जाता है।
मोबाइल चोरी होना आम बात
चरक अस्पताल में मोबाइल चोरी होना आम बात है। रात्रि के समय इस तरह के असामाजिक तत्व वार्डों में घुसकर मोबाइल चुरा लेते हैं। इसी से परेशान होकर कोतवाली थाना पुलिस ने पूर्व में चल रही कैंटीन के पीछे के शटर को बंद करवा दिया था।
वहीं अस्पताल के पीछे के गेट पर भी तालाबंदी करवा दी थी। हालांकि चरक अस्पताल में पुलिस चौकी स्थापित हो चुकी है, लेकिन कौन प्रसूता का परिचित है और कौन मरीज का अटेंडर इसको लेकर गफलत की स्थिति रहती है। लिहाजा पुलिस भी इनके प्रवेश पर आपत्ति नहीं लेती।