उज्जैन, अग्निपथ। चिमनगंज मंडी थाना क्षेत्र में अपने भाई को गाली देने की बात को लेकर युवती अपनी सहेल पर धारदार कटर से हमला कर दिया। पुलिस ने युवती की शिकायत पर आरोपी युवती के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर मामला जांच में लिया है।
पुलिस ने बताया उमा पिता ओमप्रकाश उम्र 19 वर्ष निवासी कमल कॉलोनी का उसकी सहेली तमन्ना के भाई नवनीत से फोन पर विवाद हो गया था। इस विवाद की बात नवनीत ने अपनी बहन तमन्ना को बताई। इस पर तमन्ना ने उमा ेको फोन लगाकर कहा कि बात को बढ़ाने से कोई फायदा नहीं है। हम मिलकर बात करते हैं नहीं तो दुश्मनी आगे बढ़ जाएगी।
इस बात पर उमा राजी हो गई। तमन्ना ने उसे ओंकार रेस्टोरेंट पर बुलाया। यहां दोंनों के बीच बातचीत हुई। तमन्ना ने कहा कि तूने मेरे भाई को गाली क्यों दी। इस पर उमा ने कहा कि पहले उसने गाली दी थी। इसी बात को लेकर दोनों के बीच रेस्टोरेंट में ही विवाद हो गया और तमन्ना ने उमा पर धारदार कटर से हमला कर दिया।
उमा ने पुलिस को शिकायत दर्ज कराई उसने पुलिस को बताया कि तमन्ना ने उस पर धारदार कटर से हमला कर दिया। इस हमले में उमा के गाल, कान और पैरों में चोंट लगी है। दोनों की तीसरी सहेली नैना सहित अन्य लोगों ने रेस्टोरेंट में दोनों के बीच चल रही मारपीट में बीच-बचाव किया। पुलिस ने तमन्ना के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर मामला जांच में लिया है।
तलवार से हमला किये जाने के बावजूद खुलेआम घूम रहे आरोपित
एसपी से थाना पुलिस की आरोपियों को संरक्षण देने की शिकायत
उज्जैन, अग्निपथ। रास्ते में रोककर तलवार से युवक पर हमला करने वाले खुले आम घूम रहे हैं। इससे घबराए हुए पीडि़तों ने एसपी से न्याय की गुहार लगाई है। पीडि़त का कहना है कि पुलिस संरक्षण की वजह से आरोपी हमला करने के बाद भी खुले आम घूम रहे हैं।
घाटखेड़ी में रहने वाले श्याम सिंह का आरोप है कि गांव के ही श्रवण और तूफान सिंह ने एक अन्य के साथ मिलकर तलवार से हमला कर दिया था। घायल श्याम सिंह को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसका उपचार चल रहा है।
श्याम सिंह का कहना है कि पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया है। तलवार से रास्ते के विवाद में हमला करने वाले खुले आम घूम रहे हैं। झारड़ा पुलिस की लापरवाही से इलाके में आरोपियों के डर से लोगों में भय व्याप्त है। निर्दोष लोग अस्पताल में भर्ती हैं और हमला करने वाले खुले आम घूम रहे हैं। ।
पुलिस प्रशासन को ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना चाहिए। ताकि आगे से किसी निर्दोष के साथ इस तरह की वारदात नहीं कर पाएं।