मंदिर प्रशासन ने लिया निर्णय, महालोक में बनेगा पुलिस थाना
उज्जैन,अग्निपथ। विश्व प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर में लगातार मोबाइल पर रील बनाकर फेसबुक, इंस्टाग्राम पर अपलोड करने की घटनाएं सामने आ रही हैं। इसे देखते हुए मंदिर प्रशासन ने भस्म आरती के दौरान श्रद्धालुओं के मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध लगाया है। आरती में जाने के पहले श्रद्धालुओं को बाहर ही चैकिंग पॉइंट पर मोबाइल जमा कराना होगा। ऐसे में यह प्रतिबंध आज से ही लागू हो जाएगा।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में देशभर से श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचते है। भस्म आरती दर्शन के लिए श्रद्धालु ऑनलाइन व ऑफलाइन बुकिंग करते हैं। हाल ही में महाकाल मंदिर में मोबाइल लेकर रील बनाने की कई घटनाएं सामने आई थी। इसके बाद महाकाल मंदिर समिति के प्रशासक व एडीएम अनुकूल जैन ने अधिकारियों से चर्चा कर भस्म आरती में श्रद्धालुओं के मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
महाकाल मंदिर समिति के सुरक्षा ओएसडी जयंत राठौड़ ने बताया कि मोबाइल पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय गुरुवार 23 जनवरी को होने वाली भस्म आरती से ही लागू हो जाएगा। श्रद्धालु अनुमति चेक कराने के बाद सुरक्षा गार्ड या मंदिर समिति के कर्मचारियों को चैकिंग पाइंट पर अपना मोबाइल जमा कराएंगे। भस्म आरती संपन्न होने के बाद संबंधित श्रद्धालुओं का मोबाइल वापस लौटा दिया जाएगा।
महाकाल महा-लोक सात बीट में बांटा, थाना भी खुलेगा
महाकालेश्वर मंदिर में भगवान महाकाल के दर्शन को आने वाले श्रद्धालु श्री महाकाल महा-लोक में भी पहुंचते है। देशभर से बड़ी संख्या में आने वाले श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सुरक्षा व्यवस्था में भी परिवर्तन किए जा रहे हैं। सुरक्षा ओएसडी राठौर ने बताया कि पुलिस विभाग, सुरक्षा एजेंसी, होमगार्ड के अधिकारी चर्चा कर रहे हैं। आगे जाकर महाकाल महा-लोक थाना भी प्रस्तावित है।
मुख्यमंत्री ने इसकी घोषणा कर दी है। नए पुलिस थाने में सामान्य थाने की तरह बीट व्यवस्था लागू की जाएगी। अलग-अलग बीट प्रभारी की जिम्मेदारी रहेगी। बीट में अधिकारी, सुरक्षा कर्मचारी व मंदिर के कर्मचारी श्रद्धालुओं को बीट में गाइड करेंगे। फिलहाल महाकाल महा-लोक में सात बीट तय की है। देखा जा रहा है कि एक बीट पर कितने पाइंट लगेंगे। कलेक्टर, एसपी व प्रशासक से चर्चा कर बीट प्रणाली प्रारंभ की जाएगी।
पुजारी के मोबाइल पर मंदिर समिति निर्णय लेगी
राठौड़ ने पुजारियों के मोबाइल ले जाने के संबंध में कहा कि महाकाल मंदिर के पुजारी के संबंध में मंदिर समिति की बैठक में निर्णय लिया जाएगा। पुजारी रील बनाते हैं तो सामान्य प्रक्रिया है कि पुजारी प्रात: देश के सभी दर्शनार्थियों को दर्शन कराने के लिए रील बनाते हैं, फोटो लेते हैं। इस संबंध में मंदिर समिति ही निर्णय लेगी।
मुख्य मुद्दा महालोक और मंदिर परिसर का
फिल्मी गानों पर रील बनाने की घटनाएं तेजी से मंदिर में बढ़ रही हैं। इस मामले को लेकर मंदिर प्रशासन कई बार नोटिस जारी करने और थाने में एफआईआर तक दर्ज करवा चुका है। पुलिस ने नियमानुसार कार्रवाई भी की है। लेकिन सोशल मीडिया पर फेमस होने के चक्कर में बाहर से आई हुईं युवतियां रील बना लेती हैं।
यह घटनाएं महालोक और मंदिर परिसर में ही घटित होती हैं। ऐसा इसलिये होता है कि महालोक में इनके मोबाइलों को लॉकर में नहीं रखवाया जाता है। महालोक बनने के पूर्व मोबाइल पर सख्ती से बैन के प्रयास हुए थे। लेकिन श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या में भीड़ के आगमन के चलते यह व्यवस्था फैल हो गई थी। जोकि आज तक चल रही है। इसी का फायदा उठाकर युवतियां महालोक और मंदिर परिसर में चोरी छुपे रील बना लेती हैं।