करीब 300 कर्मचारियों को इंतजार, हर साल महाशिवरात्रि के पहले मिल जाता है भुगतान
उज्जैन, अग्निपथ। महाकाल मंदिर में 11 मार्च से महाशिवरात्रि पर्व की शुरुआत होगी। दूसरी ओर मंदिर प्रशासन ने अब तक कर्मचारियों को यूनिफॉर्म खरीदने के लिए राशि नहीं दी है। जबकि पिछले वर्ष महाशिवरात्रि के पहले कर्मचारियों को ड्रेस खरीदने के लिए नकद राशि उनके खातों में पहुंच चुकी थी।
महाकाल में मंदिर समिति के करीब 300 कर्मचारी कार्यरत हैं। समिति ने कर्मचारियों के लिए ड्रेस कोड लागू कर रखा है। समिति अब तक कर्मचारियों को यूनिफॉर्म का कपड़ा तथा सिलाई के लिए नकद राशि देती आई है। लेकिन महाशिवरात्रि पर्व शुरू होने में महज दो दिन शेष रह गए हैं और अब तक मंदिर प्रशासन ने कर्मचारियों को ड्रेस के लिए राशि उपलब्ध नहीं कराई है।
मंदिर कर्मचारियों में इस बात को लेकर सुगबुगाहट बनी हुई है कि उनके खातों में पिछले वर्ष की ही तरह शिवरात्रि पर्व से पूर्व राशि उनके खातों में पहुंच जाएगी। हालांकि यूनिफार्म का उपयोग प के लिए नहीं किया जा सकेगा, इसके बाद आने वाले श्रावण मास में इसकी उपयोगिता दिखाई देगी।
प्रशासक पहुंचे निरीक्षण करने, भोग आरती देख वहीं बैठ गए
श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रशासक और एडीएम नरेन्द्र सूर्यवंशी सोमवार को दोपहर में शिवरात्रि पर्व की व्यवस्थाओं को देखने के लिए मंदिर पहुंचे। नंदीहाल पहुंचे तो वह पुजारी प्रदीप गुरु के साथ गर्भगृह दहलीज तक दर्शन के लिए पहुंच गए। इतने में भोग आरती शुरू हुई तो वहीं पर बैठ गए और आरती का अंत तक आनंद लिया। ज्ञातव्य रहे कि नगाड़ा और घंटियों के ब्रह्मनाद सुनकर श्रद्धालु आनंद विभोर हो जाते हैं।