महाकाल के आंगन में आज विवाहोत्सव, चारधाम के सामने से लाइन में लगेंगे सामान्य और 250 टिकटधारी, जिला प्रशासन ने श्रद्धालुओं के लिए की बेरिकेड्स के साथ छांव व्यवस्था
उज्जैन, अग्निपथ। भगवान महाकाल के आंगन में आज शिव विवाहोत्सव महाशिवरात्रि पर्व मनाया जाएगा। जिला प्रशासन ने अपनी ओर से इसकी पूरी व्यवस्था कर ली है। आज 11 मार्च को देश भर से हजारों श्रद्धालुओं के उज्जैन आकर भगवान महाकालेश्वर के दर्शन करेंगे। जिला प्रशासन ने करीब 70 हजार श्रद्धालुओं को दर्शन कराने की व्यवस्था की है।
हालांकि कलेक्टर आशीषसिंह द्वारा इस दिन केवल 25 हजार श्रद्धालुओं को दर्शन कराने की बात कही गई थी, लेकिन उन्होंने श्रद्धालुओं की सुविधा को देखते हुए 5 हजार श्रद्धालुओं को अतिरिक्त आनलाइन बुकिंग सुविधा देने की बात की है। मंगलवार को करीब 31500 श्रद्धालुओं को आनलाइन बुकिंग सुविधा प्रदान की गई। सामान्य दर्शनार्थियों को करीब दो किलोमीटर बेरिकेडिंग में पैदल चलकर भगवान के दर्शन होंगे। शंख द्वार से लेकर चारधाम मंदिर तक जिला प्रशासन ने बेरिकेडिंग की है, जिसके उपर छांव के लिए पांडाल भी तान दिया गया है। ताकि श्रद्धालुओं को धूप में खड़े होने में किसी भी प्रकार की कोई परेशानी न आ पाए।
दर्शन करने वालों की पार्किंग त्रिवेणी संग्रहालय के सामने
सामान्य कतार में लगकर दर्शन करने वालों के लिये प्रशासन द्वारा त्रिवेणी संग्रहालय के सामने खुले मैदान में पार्किंग और शीघ्र दर्शन टिकट व्यवस्था शुरू की है। यहां लोग अपने वाहन खड़े कर पैदल चारधाम मंदिर के सामने पहुंचेंगे। यहां से सामान्य दर्शनार्थियों की कतार में लगकर हरसिद्धि चौराहा से मुड़ते हुए बड़ा गणेश मंदिर के सामने से शंख द्वार की ओर पहुंचकर झिकझेक से टनल में होते हुए मंदिर में प्रवेश करेंगे।
चारधाम पार्किंग में टिकट और जूता चप्पल स्टैंड
चारधाम पार्किंग में शीघ्र दर्शन पास के काउंटर, जूता चप्पल स्टैंड भी बनाये गये हैं। शिवरात्रि पर महाकालेश्वर भगवान के दर्शन करने के लिये लोगों को चारधाम मंदिर के सामने से बेरिकेड्स में प्रवेश करना होगा। यहीं से शीघ्र दर्शन पास वालों को दूसरे बेरिकेड्स से प्रवेश मिलेगा। सामान्य व शीघ्र दर्शन की दो अलग-अलग बेरिकेड्स में समानांतर कतारें चलेंगी जो शंख द्वार के सामने जाकर अलग हो जाएंगी।
महाकाल घाटी से नहीं आ पाएंगे श्रद्धालु
महाकाल चौराहे से बड़ा गणेश मंदिर की ओर महाकाल घाटी वाला मार्ग पैदल अथवा वाहन सभी प्रकार के आवागमन के लिये प्रतिबंधित किया गया है। यहां पर पुलिस द्वारा बेरिकेडिंग करने के साथ ही महाकाल मंदिर की तरफ आने वाले गलियों के मार्गों को भी बंद कर दिया जाएगा। आज किसी को भी यहां पर आने की अनुमति नहीं रहेगी। मीडिया कर्मियों के लिए भस्मारती गेट नंबर-4 से प्रवेश दिया जाएगा जोकि मीडिया सेंटर तक जाएगा।
भस्मारती में नहीं मिलेगा प्रवेश
मंदिर अधिकारियों से प्राप्त जानकारी के अनुसार कल होने वाली साल भर की दोपहर की भस्मारती में कोविड 19 की गाइड लाइन के कारण मंदिर समिति द्वारा भस्मार्ती दर्शन पर प्रतिबंध लगाया गया है। यही व्यवस्था शिवरात्रि व अगले दिन भी लागू रहेगी। मंदिर के पुजारियों की उपस्थिति में भस्मार्ती सम्पन्न होगी। इस दौरान सामान्य या वीआईपी किसी को प्रवेश नहीं दिया जायेगा। हालांकि दोपहर की भस्मारती से पहले के 8 से 10 साले स्लॉट में 1500 श्रद्धालुओं को आनलाइन बुकिंग अनुमति प्रदान की गई है। लेकिन मंदिर प्रशासन ने सुबह 10 से दोपहर 2 बजे तक किसी को भी मंदिर में प्रवेश की अनुमति नहीं दी है।