न तो संस्था में सुनते है न ही बैंक वाले किसानों से बात करते हैं
पेटलावद, अग्निपथ। गेहूॅ की फसल को लेकर किसानो में असमजंस की स्थिति है। मंडी में गेहूॅ तुलवाने के बाद एक माह से अधिक समय हो गया पर अभी तक भुगतान नहीं हो रहा है। जिसे लेकर किसान परेशान है। किसानों ने इसकी शिकायत सभी स्तरों पर अधिकारियों को करी किंतु कोई अधिकारी सुनने को तैयार नहीं है। किसान परेशान हो रहे है।
यहीं नहीं किसानों के खाते से राशि दूसरे खातों में डालकर काटी जा रही है। और किसानों को कहा जा रहा है। कि राशि वापीस खाते में आ जायेगी। किंतु लम्बे इंतजार के बाद भी खाते में राशि नहीं आ रही है।
किसान रामचंद्र कोदा आंजना टेमरिया का कहना है कि मेरे द्वारा 24 मार्च को 61 क्विंटल गेहूॅ विपणन सहकारी संस्था में दिये गये। जिसके भुगतान के लिए में एक माह से दौड रहा हॅू। विपणन संस्था वालों का कहना है कि बैंक में जा कर देखो। बैंक में जाते है तो बैंक वाले खाते ही देखने को तैयार नहीं है। वह कहते है रोज तुम्हारा यही काम है।
किसान जवाहर लाल आंजना करडावद का कहना है कि 21 मार्च को 71 क्विंटल गेहूॅ विपणन संस्था को दिये गये जिसका भुगतान आज तक मुझे भी प्राप्त नहीं हुआ है। मेरे साथ भी यही व्यवहार किया जा रहा है कि बैंक में जाने पर हमारी बात नहीं सुनी जा रही है। इस प्रकार किसानों की सुनने वाला कोई नहीं है।
किसान अपनी ही उपज के पैसों के लिए परेशान हो रहे है। इस प्रकार की स्थिति होने के बावजूद भी क्षेत्र में न तो कोई अधिकारी और न ही कोई जनप्रतिनिधि सुनवाई करने को तैयार है। किसानों का कहना है कि नौकरशाही का शासन चल रहा है। यहां आमजन की कोई सुनवाई नहीं है। हमारे हक के पैसे भी निकालने के लिए हमें महिनों इंतजार करना पडता है।