महिलाएं भी आई बदसलूकी की चपेट में
बडऩगर, अग्निपथ। उज्जैन-बदनावर फोर लेन सडक़ निर्माण में बहुतायत में कसीदेकारों द्वारा कसीदे पढ़े जा रहे थे। भव्य पैमाने पर आयोजित जलसे में इस रोड का उद्घाटन भी किया गया था। इसके बाद बस कार आदि में बैठ कर यात्री सरपट यात्रा कर रहे थे। लेकिन इस मार्ग पर लगने वाले भारी भरकम टोल से अंजान बने बैठे थे। लेकिन जब इस मार्ग पर टोल टैक्स शुरू हुआ तो लाखों की कार व वाहनों में आवागमन करने वाले लोगो की खुशियां काफूर हो गई।
शुरू दिन ही टोल प्लाजा पर टोल न देने के चक्कर में लम्बी लाईने लगने लगी व टोल कर्मियों से हुज्जत होने लगी। जिन लोगों का वास्ता टोल देने से पड़ा उन लोगों ने टोल शुल्क व टोल कर्मियों पर सवाल उठाना शुरू कर दिये। हालांकि जैसे तेसे टोल शुरू हुआ और लोग टोल से परिचित हो ही रहे थे कि दो दिन बाद ही टोल ज्यादा न देने की बात पर शनिवार को हंगामा हो गया।
जिसमें वाहन चालक व वाहन में बैठी सवारी को मार खाना पड़ी। यही नहीं इस जोरा जोरी में टोल कर्मियों की बदसलूकी का शिकार वाहन में यात्रा कर रही महिला व बच्चियों को भी होना पड़ा। इसका वीडियों सोशल मिडिया पर वायरल होने पर चारों ओर से टोल कर्मिीयों की निंदा होने लगी। ऐसे में लोगो के मुंह से यह कहावत सुनने को मिल रही है कि सिर मुण्डाते ओले गिरना।
पुलिस बेखबर – फरियादी का इंतजार करती रही
जिस वाहन के टोल न देने पर विवाद के बाद मारपीट हुई वह टवेरा बताई जा रही है। कथित रूप से कहा जा रहा है कि टवेरा में आष्टा का कोई चौधरी परिवार बताया जा रहा है। जिनके साथ टोल कर्मीयों ने इतनी मारपीट की कि वे घबराकर डर कर एक बालिका को ही छोडक़र रवाना हो गये। वहीं इतने बड़े मामले में फरियाद लेकर न थाने पहुंचे न 108 को काल किया।
ऐसे संबंधित थाना पुलिस फरियादी का इंतजार करती रही। यह तो विडियो देख कर मामले की सोशल मिडिया पर तीखी प्रतिक्रियाएं पुलिस व जन प्रतिनिधिगण तक पहुंच जिसके बाद एसपी के निर्देश पर मामला दर्ज किया गया।
सांसद फिरोजिया ने कहा अनुबंध निरस्त करें
मामला जब सांसद अनिल फिरोजिया तक पहुंचा तो टोल पर हुई मारपीट की घटना के प्रति नाराजगी जताई व सांसद फिरोजिया ने संबंधित अधिकारीयो से बात कर टोल का अनुबंध निरस्त कर दोषियों पर कार्रवाई करने की। इन बातो के विडियों भी सांसद समर्थको ने जारी किये।
दुगना शुल्क की बात पर हुआ विवाद
बताया जाता है कि फास्टेग न होने के चलते डबल वसुली को लेकर विवाद हुआ। इस बारे में टोल प्लाजा के शिवेंद्रसिंह राणावत ने बताया कि वाहन चालक ने बिना फास्टैग के गाड़ी टोल बैरियर से निकाली। नियम अनुसार डबल शुल्क 135 की जगह 270 मांगे थे। जिस पर चालक राशि बदतमीजी करने लगा। ऐसे में वाहन में बैठी महिलाएं भी बोलने लगी।
महिलाएं उतर कर चप्पलों से मारने लगी। हमारे कर्मचारियों ने महिलाओं को हाथ भी नहीं लगाया । साथ ही उक्त मारपीट की घटना में अन्य अज्ञात लोगों ने भी गाड़ी वालों के साथ मारपीट की । जिनसे हमारा कोई वास्ता नहीं है।