महाकाल मंदिर के ‘साहब’ हो गए कोरोना पॉजीटिव

दो कर्मचारी पहले ही निकल चुके, दो की और सूचना, आधा दर्जन करवा रहे इलाज

उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकाल मंदिर और शहर भर की व्यवस्थाओं को देखने वाले प्रमुख अधिकारी कोरोना पॉजिटिव हो चुके हैं। वहीं मंदिर कर्मचारियों का कोरोना संक्रमित होना निरंतर जारी है। प्रशासनिक भवन सहित अन्य जगहों के आधा दर्जन के लगभग कर्मचारी अवकाश लेकर अपना इलाज करवा रहे हैं।

संभावना है कि इनमें से आधे से अधिक को कोरोना अपनी चपेट में ले चुका है। प्रशासनिक भवन के सबसे ऊंचे माले स्थित शाखा के दो कर्मचारियों के भी पाजीटिव होने की सूचना मिली है। हालांकि निजी अस्पताल में इलाज करवा रहे कर्मचारियों को बीमा सहायता का लाभ अभी तक नहीं मिल पाया है।

श्री महाकालेश्वर मंदिर के मुख्य अधिकारी की कोरोना रिपोर्ट रविवार को होली के दिन कोरोना पॉजिटिव आई है। उनके कोरोना पॉजिटिव होने से मंदिर में हडक़ंप मचा हुआ है। मंदिर कर्मचारी दबी जुबान से इस बात की चर्चा कर रहे हैं कि आखिरकार मंदिर कर्मचारियों के सानिध्य में रहकर साहब भी कोरोना पॉजिटिव हो गए हैं।

ज्ञातव्य रहे कि मंदिर के दो कर्मचारी सहित लगभग 6 कर्मचारी किसी ना किसी बीमारी का इलाज करवा रहे हैं जो कि कोरोना भी हो सकता है। मंगलवार को प्रशासनिक भवन के दो अन्य कर्मचारियों के भी पाजीटिव होने की सूचना मिली है। साहब का कोरोना पॉजिटिव होना कहीं ना कहीं इसी कड़ी का हिस्सा है।

फाइल, थंब, वाहन बन सकता कारण

महाकालेश्वर मंदिर के आधा दर्जन से अधिक कर्मचारी अवकाश लेकर अपना इलाज करवा रहे हैं जिनमें सस्पेक्टेड कोरोना मरीज हो सकते हैं। हालांकि अभी तक इनके बारे में कोरोना संक्रमित होने की जानकारी सामने नहीं आ पाई है। लेकिन अनुमान लगाया जा रहा है कि लेखा शाखा प्रभारी और यहां का एक अन्य कर्मचारी भी निजी अस्पताल में अपना इलाज करवा रहे हैं।

यह कोरोना संक्रमित है अथवा नहीं इस बात की जानकारी अभी तक बाहर नहीं आ पाई है। लेकिन मंदिर गलियारों में इस बात की चर्चा चल रही है। ऐसे में स्टोर शाखा, लेखा शाखा, स्थापना शाखा और अन्य शाखाओं की फाइल निरंतर मुख्य अधिकारी को साइन के लिए भेजी जा रही थी। जिन से संक्रमित होने की संभावना है। इसके साथ कर्मचारियों के संक्रमण का एक अन्य कारण थंब से हाजिरी देना भी सामने आया है। इसके अलावा जब लेखा शाखा प्रभारी के बीमार होने पर साहब ने अपना वाहन उनके इलाज करवाने के लिए भेजा था। इससे भी संक्रमित होने की साहब की पूर्ण संभावना नजर आ रही है।

बीमा एजेंट की भूमिका संदिग्ध

मंदिर के सभी कर्मचारियों का बीमा न्यू इंडिया इंश्योरेंस के माध्यम से किया गया था। जानकारी में आया है कि बीमा एजेंट उपेंद्र व्यास द्वारा निजी अस्पताल में इलाज करवाने पर जहां कर्मचारियों की सहायता की जानी चाहिए, वह नहीं की जा रही है। उनके द्वारा हाल ही में लेखा शाखा प्रभारी को निजी अस्पताल में उपचार करवाने के दौरान केवल काउंटर पर 5000 जमा करवा कर बीमा इंश्योरेंस का लाभ बीमा एजेंट द्वारा दिलवा दिया गया।

वहीं दो अन्य कर्मचारी भी निजी अस्पताल में अपना हजारों रुपए खर्च कर इलाज करवा रहे हैं। लेकिन उनके पास अभी तक यह बीमा एजेंट नहीं पहुंचा है। जिसको लेकर मंदिर कर्मचारियों में असंतोष व्याप्त है। कर्मचारियों का कहना है कि रसूखदार प्रभारी और कर्मचारियों की सहायता करने के लिए यह आगे आ जाता है, लेकिन अन्य कर्मचारियों के बुलाने के बावजूद यह बीमा का लाभ नहीं दिलवा रहा है।

कोरोना संक्रमण से बचाव संदेश के 200 फ्लेक्स लगवाए

महाकालेश्वर मंदिर के सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल की प्रेरणा से ग्वालियर निवासी आकाश प्रजापत द्वारा मंदिर में कोरोना संक्रमण से बचाव का संदेश देने वाले 200 फ्लेक्स जगह-जगह लगवाए गए हैं। इसी तरह आकाश प्रजापत द्वारा 1000 मास्क मंदिर कर्मचारियोंं, पुलिसकर्मियों और सुरक्षाकर्मियों को बांटे गए हैं ताकि उनका कोरोना संक्रमण से बचाव हो सके। आकाश प्रजापत ग्वालियर के एसबीआई शाखा में कार्यरत हैं। मंदिर के दानदाता होकर इनके द्वारा पूर्व में भी 2000 के लगभग मास्क मंदिर कर्मचारियों को बांटे जा चुके हैं। भगवान महाकाल की प्रेरणा से इनके द्वारा दान देने का कार्य निरंतर सहयोगात्मक रूप से किया जा रहा है।

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