उज्जैन, अग्निपथ। किसानों में यूरिया खाद को लेकर किल्लत के चलते खासी परेशानी सामने आ रही है । किसानों का मानना है कि अगर समय पर गेहूं में यूरिया का छिडक़ाव नहीं किया गया तो फसल में खासा नुकसान उठाना पड़ेगा। इसके लिए जवासिया कुमार के किसान कलेक्टर सहित डीडीए और सांसद से संपर्क साध रहे हैं जिसमें यह आश्वासन दिया गया कि मंगलवार से सोसाइटी के जरिए नगर में खाद उपलब्ध कराई जाएगी। बावजूद मंगलवार को पावती के जरिए नगद राशि से सोसाइतइयो पर यूरिया खाद नहीं मिल सकी।
सोमवार को प्रकाशित दैनिक अग्निपथ की खबर के बाद जवासिया कुमार के किसान अजय पटेल ने शासन प्रशासन से मांग की थी कि सोसाइटी के माध्यम से नगद में यूरिया प्रदान किया जाए।इस विषय पर कलेक्टर आशीष सिंह को फोन लगाकर बात करना चाहि लेकिन फोन नहीं रिसीव किया गया। बाद में डीडीए सीएल केवड़ा जिला अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने बताया कि अभी यूरिया की पर्याप्त उपलब्धता नहीं है दो-चार दिनों में जब भी पर्याप्त उपलब्धता हो जाएगी उसके बाद तत्काल नगद में यूरिया उपलब्ध कराया जाएगा।
वही जब किसान अजय पटेल की बात सांसद अनिल फिरोजिया से हुई तो सांसद ने बताया कि वो कमल पटेल कृषि मंत्री के साथ है और इसका निराकरण कर दिया गया है। मंगलवार से सभी किसानों को सोसायटीओं के माध्यम से भी नगद में यूरिया की बोरी उपलब्ध कराई जाएगी। बावजूद इसके अभी किसानों को सोसायटी के जरिए नगद में खाद उपलब्ध नहीं हो पा रही है।अब देखना होगा कि किसानों की समस्या का निराकरण कबत होता है,फिलहाल तो किसान यूरिया खाद के अभाव के चलते होगी या नहीं।
फिंगरप्रिंट डिवाइस बनी मुसीबत का कारण
गांव चक्रावदा के किसान गोपाल आंजना ने बताया कि सोसाइटी में खाद वितरण फिंगरप्रिंट डिवाइस के माध्यम से वितरित हो रहा है। जिस कारण बहुत से किसानों का अंगूठे की प्रिंट मैच नहीं हो पारही है।सांथ ही अन्य समस्या आ रही है।जिसे लेकर किसानों ने जिला प्रशासन से यह मांग है कि फिंगर प्रिंट डिवाइस की अनिवार्यता खत्म की जाए।