भाषणबाजी रोकने के लिए ‘ढोल’ बजवा दिये!

उज्जैन। पद का जलवा क्या होता है। यह आज सांसद ने सार्वजनिक रूप से दिखा दिया। टॉवर चौक पर जश्न मना रही थी भाजपा, उपचुनाव में जीत का। तभी यह नजारा देखने को मिला। सांसद को रोकने की कोशिश नाकाम ही रही। उनको ढोल बजवाने से कोई भी नहीं रोक पाया।

भारतीय जनता पार्टी की नगर इकाई ने दोपहर 2 बजे जीत का जश्न रखा था। टॉवर चौक पर यह जश्न था। सभी भाजपाई खुशी-खुशी पहुंच गये। जिसमें भाजपा जिलाध्यक्ष विवेक जोशी, विधायक उत्तर विधानसभा पारस जैन, पूर्व सांसद चिंतामणि मालवीय, सहित ओम अग्रवाल, अमित श्रीवास्तव, गब्बर भाटी, अमय आप्टे, विशाल राजौरिया, अनिल जैन कालूहेड़ा, सुरेश गिरी, पूर्व महापौर मीना जोनवाल सहित भाजपा के कई कार्यकर्ता व नेत्रियां मौजूद थी।

नोट दिये…

दरअसल जश्न में शामिल होने सांसद अनिल फिरोजिया भी पहुंचे थे। तभी माइक थामकर पूर्व सांसद डॉ. मालवीय ने भाषण देना शुरू कर दिया। यह देखकर सांसद आगे निकलकर आ गये। उन्होंने ढोल वाले को कुछ नोट दिये और कहा कि…जोर से बजाओ। ढोल बजते ही कार्यकर्ता खुशी से झूमने और नाचने लगे। सांसद को रोकने के लिए माइक से बोला भी गया। ढोल बंद करो। मगर उन्होंने इस पर ध्यान नहीं दिया। नतीजा पूर्व सांसद चुप हो गये।

उसके बाद विधायक पारस जैन ने माइक थाम लिया। तब भी ढोल बजवाने में सांसद पीछे नहीं रहे। हालांकि महामंत्री सुरेश गिरी माइक लेकर पीछे से बोलते रहे। ढोल बजाना बंद करो। मगर ढोल की आवाज और कमलप्रेमियों के उत्साह में उनके इस निर्देश को किसी ने नहीं सुना। अंत में जिलाध्यक्ष विवेक जोशी ने भाषण देने के लिए माइक थामा। उनके साथ भी यही हुआ। ढोल बजना बंद नहीं हुए। तो उन्होंने माइक को एक तरफ रख दिया।

फिर भाषण सुना …

भले ही सांसद श्री फिरोजिया ने, विधायक-पूर्व सांसद-जिलाध्यक्ष के उद्बोधन के बीच खूब ढोल बजवाये। मगर जब इस जश्न में शामिल होने के लिए कृषि मंत्री कमल पटेल पहुंचे। तो सांसद का रवैया एकदम बदला हुआ था। कृषि मंत्री श्री पटेल ने जीत के इस मौके पर कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उनके हाथ में माइक आते ही ढोल बजना बंद हो गये। खुद सांसद ने कृषि मंत्री के नजदीक खड़े होकर उनका पूरा भाषण सुना।

Next Post

‘शिव’ ने फिर जीता मतदाताओं का विश्वास

Tue Nov 10 , 2020
मध्यप्रदेश में हुए उपचुनावों के परिणामों की तस्वीर स्पष्ट नजर आ रही है। जबकि बिहार में टक्कर कांटे की है। मध्यप्रदेश के मामले में तो न्यूज चैनलों का अनुमान लगभग आये परिणामों से करीब निकला परंतु बिहार के चुनाव परिणामों ने सभी न्यूज चैनलों के पूर्वानुमानों को पलटकर रख दिया […]