स्वीकृत नक्शे में कर डाले कई सारे बदलाव, व्यापारियों ने जताई आपत्ति
उज्जैन, अग्निपथ। दूधतलाई क्षेत्र में नगर निगम द्वारा बनवाए जा रहे शापिंग काम्प्लेक्स में बड़े स्तर की अनियमितताएं सामने आई है। इस काम्प्लेक्स के निर्माण में ठेकेदार एजेंसी और नगर निगम के वर्तमान अधिकारियों ने अपने स्तर ही फेरबदल कर डाला है। शापिंग काम्प्लेक्स के निर्माण के लिए पहले से स्वीकृत नक्शे में कई बदलाव कर दिए गए है। मनमाने तरीके से हुए इस निर्माण के खिलाफ यहां दुकानें लेने वाले व्यापारी भी लामबंद हो गए है।
दूधतलाई इलाके में पिछले लगभग 50 साल से अनाज मार्केट संचालित होता आया है। नगर निगम की भूमि पर बने इस मार्केट में 37 दुकानदार अनाज का कारोबार किया करते थे। सुदामा अनाज मार्केट के इन्हीं दुकानदारों को हटाकर नगर निगम यहां 7 करोड़ 50 लाख 10 हजार रूपए की लागत से तीन मंजिला शापिंग काम्प्लेक्स का निर्माण करवाया जा रहा है।
पूर्व में जो 37 दुकानदार यहां कारोबार किया करते थे उन सभी को शापिंग काम्प्लेक्स में भू-तल पर नई दुकानें बनाकर दी जाएगी। शापिंग काम्प्लेक्स का नक्शा जब स्वीकृत किया गया था तब भू-तल की दुकानों की डिजाइन कुछ और थी, काम्प्लेक्स का निर्माण जब शुरू किया गया तब डिजाइन कुछ और कर दी गई। स्वीकृत नक्शे के विपरीत जाकर हुए इस निर्माण पर दुकानदारों ने आपत्ति दर्ज कराई है। प्रमुख सचिव नगरीय प्रशासन को भी मामले की शिकायत की गई है।
नक्शे में किए गए ये बदलाव
- मुख्य सडक़ की ओर बनी दुकान नंबर 9 के हिस्सों को दो भागों में बांटकर 9 और 10 नंबर दुकान बना दिया गया। 9 नंबर दुकान महेशकुमार सुजानमल को आवंटित है, उनकी दुकान का पीछे का मार्ग ही बंद कर दिया गया है।
- प्रवेश मार्ग के ठीक पीछे वाले हिस्से में काम्प्लेक्स के बीचो-बीच से चढ़ाव प्रस्तावित थे। इन चढ़ावों को काम्प्लेक्स के एक कोने में बना दिया गया।
- काम्प्लेक्स के बीच वाले हिस्से में बनने वाले पॉवर हाउस को भी एक कोने में मंदिर के शिफ्ट कर दिया गया।
- स्वीकृत नक्शे में जिस जगह चढ़ाव थे वहां अब 31,32 और 33 नंबर दुकानें है। इन दुकानों की साईज भी मनमाने तरीके से बढ़ा दी गई है। इससे इनके आगे बनी सारी दुकानें दब गई है।
- स्वीकृत नक्शे में 1969.17 वर्ग मीटर में 37 दुकानों का निर्माण होना था, अब मौके पर दुकानों की संख्या 38 है।
- दुकान नंबर 34 से 38 की साइज नक्शे के हिसाब से कम कर दी गई है।
कारोबारियों की ये भी आपत्ति
1- शापिंग काम्प्लेक्स की दुकान नंबर 6 रमेशचंद्र हस्तीमल के नाम से आवंटित थी। किराया अदा नहीं करने के कारण इसे निरस्त कर दिया गया। नए आवंटन में दुकान नंबर 6 को खाली रख दिया गया। व्यापारियों का कहना है कि जब आवंटन लॉटरी में 36 दुकानदार शामिल थे तो 36 के बीच पूरी लॉटरी होना थी और आखिर में जो एक दुकान बचती उसे खाली रखा जाता लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
2- शापिंग काम्प्लेक्स के निर्माण से पूर्व तत्कालीन नगर निगम आयुक्त प्रतिभा पाल व जनप्रतिनिधियों ने 25 प्रतिशत अग्रिम राशि जमा करने के बाद शेष रकम को 24 किश्तों में व्यापारियों से वसूलने का वादा किया था। वर्तमान नगर निगम आयुक्त की और से व्यापारियों को नोटिस जारी कर शेष बची रकम एकमुश्त तीन महीने के भीतर मांगी जा रही है। व्यापारियों का पक्ष है कि दो साल से कारोबार ठप्प पड़ा है, ऐसे में एकमुश्त रकम कहां से लाए।
मेरे समय में नक्शे में कोई फेरबदल नहीं हुआ है। मुझसे पहले के अधिकारियों ने क्या बदलाव किए, इसकी जानकारी नहीं है। व्यापारियों की यदि कुछ आपत्ति है तो उचित फोरम पर अपनी बात रखना उनका अधिकार है। – जी.के. कंठिल, अधीक्षण यंत्री नगर निगम