क्रमबद्ध तरीके से मंदिर खोलेंगे, वैक्सीनेशन और एंटीजन टेस्ट की करेंगे व्यवस्था
उज्जैन। शुक्रवार को जिला आपदा प्रबंधन समिति की बैठक में उज्जैन के प्रसिद्ध महाकालेश्वर मंदिर सहित हरसिद्धि और मंगलनाथ मंदिर को 28 जून से खोलने का निर्णय हुआ है हालांकि भक्तों के लिए दर्शन की प्रक्रिया क्या होगी। इस पर कलेक्टर आशीष सिंह ने कहा कि फिलहाल मंदिर प्रबंध समिति और पुजारियों के साथ मिलकर प्रक्रिया तय की जाएगी।
कलेक्टर सिंह ने बताया कि देश के कई राज्यों में कोरोना के मरीज की संख्या अधिक है इसीलिए महाकाल, हरसिद्धि और मंगलनाथ मंदिर में सुरक्षा के सभी विकल्पों पर विचार करके दर्शन प्रक्रिया सुनिश्चित की जाएगी। यहां बड़ी संख्या में प्रदेश के बाहर से श्रद्धालु आते हैं इसलिए क्रमबद्ध तरीके से मंदिर को खोला जाएगा। जिसमें कोविड टेस्ट रिपोर्ट, ऑन स्पॉट रैपिड टेस्ट, वैक्सीनेशन जैसे विकल्पों पर भी विचार किया जाएगा। इसके अलावा उज्जैन के अन्य मंदिरों को अनलॉक करने का निर्णय लिया गया है। आगामी सात दिन के अंदर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक आयोजित की जाएगी जिसमें विकल्पों पर विचार कर मंदिर को खोला जाएगा।
केवल तापमान देखकर दिया गया प्रवेश
पिछले वर्ष भी कोरोना ने तांडव मचाया था। महाकालेश्वर मंदिर को इस दौरान भी खोला गया था। शहर के बाहर से आने वाले श्रद्धालुओं का तापमान चैक कर उनको प्रवेश दिया गया था। इसमें किसी भी प्रकार की कोई परेशानी सामने नहीं आई थी। लेकिन इस बार महाकालेश्वर मंदिर को खोले जाने को लेकर जिला आपदा प्रबंध समिति द्वारा निर्णय लिया गया है। जिसको मंदिर के प्रबुद्धजन स्वीकार नहीं कर रहे हैं।