गायत्री नगर ए सेक्टर में बिल्डरों के प्रवेश के बाद जमकर धांधली
उज्जैन, अग्निपथ। शहर के तेजी से विकसित हो रहे क्षेत्र कानीपुरा रोड पर एक ऐसी भी कॉलोनी है जहां न सडक़ है, न नाली है न बिजली के खंभे है। 200 से ज्यादा प्लॉट वाली इस कॉलोनी में विकास के नाम पर कुछ भी नहीं है इसके बावजूद नगर निगम से यहां मकानों के नक्शे भी स्वीकृत हो रहे है और मकान भी बन रहे है। प्लॉट के नामांतरण की एनओसी के लिए तो खुद नगर निगम का कर्मचारी ही सहकारिता विभाग के चक्कर लग रहा है।
यह मामला, कानीपुरा में बसी गायत्री नगर कॉलोनी के ए सेक्टर का है। गायत्री नगर और गायत्री नगर ए सेक्टर को भारत गृह निर्माण सोसायटी ने काटा था। यह सोसायटी लंबे वक्त से विवादों में है। फिलहाल भारत गृह निर्माण सोसायटी में सहकारिता निरीक्षक मुकेश जोशी प्रशासक हैं। गायत्री नगर के कानीपुरा रोड वाले भाग में 200 से ज्यादा प्लाट हैं और अधिकांश को सोसायटी के सक्रिय रहते हुए ही सदस्यों को बांट दिया गया था। अब कुछ बिल्डरों की इस पर नजर पड़ गई है।
सोसायटी सदस्यों से औने-पौने दाम पर जमींन खरीदकर बिल्डर यहां मकान बनाकर बेच रहे हैं। सोसायटी विवादों में है लिहाजा ए सेक्टर में विकास कार्य नहीं हो सके। नियमानुसार विकासकार्य नहीं होने या कॉलोनी का नियमितिकरण नहीं होने की स्थिति में नगर निगम से किसी भी निर्माण के लिए भवन अनुज्ञा जारी नहीं की हो सकती है।
गायत्री नगर ए सेक्टर के मामले में उल्टा हो रहा है। यहां न केवल भवन अनुज्ञा जारी हो रही है बल्कि अनुज्ञा की औपचारिकता तेजी से पूरी हो जाए, इसके लिए खुद नगर निगम के ही कर्मचारी सहकारिता विभाग से एनओसी जल्द दिलाने में भी रूचि ले रहे हैं। प्लॉट की नपती के लिए एक प्राइवेट फर्म वाला भी यहां नपती के 3500-3500 रुपए वसूल रहा है।
हम नहीं लगा सकते रोक
गायत्री नगर ए सेक्टर भारत गृह निर्माण संस्था द्वारा बसाया गया है। मेरे कार्यकाल से पहले यहां कई लोगों की रजिस्ट्रियां हो चुकी है, कई सदस्यों ने अपने प्लॉट बेच भी दिए हैं। यहां जिन लोगों ने प्लॉट खरीदे, उन्हें हम मकान बनाने से नहीं रोक सकते। प्लॉट नामांतरण की एनओसी के लिए नगर निगम जोन नंबर 2 से मेरे पास एक कर्मचारी आता है। प्लॉट यदि सही तरीके से आवंटित हैं, तो हमें एनओसी देने में कोई दिक्कत नहीं है। नक्शा स्वीकृत करना है या नहीं, यह नगर निगम का क्षेत्राधिकार है। – मुकेश जोशी, प्रशासक भारत गृह निर्माण सोसायटी
इनका कहना
हमारे पास भी निर्माण संबंधी शिकायतें आई हैं। कुछ नक्शे भी शिकायतों के साथ आए हैं। नक्शे ओरिजनल हैं या नहीं, मौके पर क्या स्थिति है? इन सभी बिंदुओं पर जांच शुरू कर दी है। जल्द ही कोई नतीजा निकल आएगा। – साधना चौधरी, भवन अधिकारी जोन क्रमांक 2