शकैब बाग में कार्रवाई के दौरान सक्रिय हुए भ्रम फैलाने वाले लोग
उज्जैन, अग्निपथ। बेगमबाग के नजदीक शकैब बाग में मकानों को हटाए जाने के काम का दूसरे दिन भी विरोध करने की कोशिश हुई। कुछ लोग कोर्ट के स्थगन आदेश का हवाला देकर मंगलवार शाम फिर से इकठ्ठा हुए, यहां रहने वाले नागरिकों में भ्रम फैलाने की कोशिश हुई। इसी बीच तेज बारिश शुरू हो गई और विरोध करने वाले खुद-ब-खुद ही छंट गए।
वाकया, शाम करीब 5 बजे का है। महाराजवाड़ा स्कूल परिसर में लगे कैंप स्थल पर इमाम कौंसिल से जुड़े कुछ लोग पहुंचे थे। इनका कहना था कि शकेब बाग में एक पट्टे पर मदरसा भी बना हुआ था, जिसके संचालक को बिना मुआवजा दिए ही मदरसा तोड़ दिया गया। इमाम कौंसिल के सदस्यों की आड़ में कुछ अन्य लोगों ने फिर से कोर्ट का स्थगन आदेश दिखाकर काम रूकवाने की कोशिश की।
एएसपी शहर अमरेंद्र सिंह और एसडीएम संजीव साहू भी यहां पहुंच गए थे। दोनों अधिकारी विरोध जता रहे लोगों से बात कर ही रहे थे कि तेज बारिश शुरू हो गई। इमाम कौंसिल वाले अलग चले गए, उनकी आड़ लेकर विरोध कर रहे अलग चलते बने और कुछ देर रूकने के बाद प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी भी यहां से लौट गए।
छत से गिरकर घायल हुआ युवक
सोमवार रात शकेब बाग में 22 साल उम्र का एक युवक क्षतिग्रस्त हो चुके मकान की पहली मंजिल से नीचे गिरकर घायल हो गया। इस युवक को चोंट लगने के बाद यहां प्रशासन के खिलाफ माहौल बन गया था। लोगों का आरोप है कि शकेब बाग की बिजली आपूर्ति भी कुछ दिनों से बंद कर दी गई है।