जिला प्रशासन इन दिनों मिलावटखोरों पर कार्रवाई का ढिंढोरा पीट रहा है। वातानुकुलित दफ्तरों में मिलावटखोरो की धरपकड़ की योजनाएं बन रही है और कार्रवाई के दावे किए जा रहे हैं। क्योंकि प्रदेश के मुखिया के सख्त आदेश हैं कि खाद्य सामग्रियों में मिलावट करने वालों के खिलाफ प्रशासन सख्त कदम उठाए, इसके लिए खुद मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान 7 दिसंबर को भोपाल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हर जिले के जिम्मेदार अफसरों से सवाल करेंगे और अपने-अपने जिले में की जा रही कार्रवाई की जानकारी लेंगे। स्थानीय प्रशासन भी खानापूर्ति में जुट गया है। अगर वाकई मिलावटखोरों को पकडऩा है तो शहर की हर गली में ऐसे तत्व मौजूद हैं। जो दूध, मावा, घी, मसाले, नमकीन सहित हर जरूरत की सामान अमानक स्तर का बेच रहा है। ६ फेट का दावे के साथ बिक रहा दूध ४ फेट के आसपास मिलेगा। मिलावट के जरिए तैयार किया गया देशी घी इतना खुशबू मार रहा है कि असली घी भी फीका पड़ जाए। वनस्पति तेल/घी की चिकनाई से चमचमाता मावा ढाबा रोड की हर दुकान पर उपलब्ध है। लेकिन कार्रवाई मात्र खानापूर्ति के लिए उन्हीं दुकानों पर होगी जहां ‘मलाई’ नहीं है।