छतरी के नीचे काउंटर लगाकर बैठे हैं कर्मचारी
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में कार्य कर रहे कर्मचारियों को सही तरीके से व्यवस्थित कार्य करने की सुविधा नहीं दी जा कर उनको बलपूर्वक काम कराए जाने के तरीके अपनाए जा रहे हैं। व्यवस्था मांगने पर उनका वेतन काटने की धमकी दी जा रही है। सोमवार को इस प्रकार का घटनाक्रम मंदिर के 13 नंबर काउंटर पर देखने को मिला।
मंदिर के अधिकारियों का दल जब महाकाल प्रवचन हॉल के बाहर छतरी में लगे 13 नंबर काउंटर पर पहुंचा तो यहां पर बैठे कर्मचारी ने कहा कि खुले में बैठे रहने के कारण पैसे आदि चोरी होने की घटना घटित हो सकती है। यह सुनकर अधिकारियों में से एक ने कहा- वेतन में से काट लिया जाएगा।
यह सुनकर कर्मचारी हतप्रभ रह गया। बताया जाता है कि इस काउंटर से 250 रुपए की शीघ्र दर्शन टिकट, 1500 रुपए अभिषेक रसीद, दान रसीद और उज्जैन दर्शन बस सेवा के टिकट की सेवा दी जाती है। ऐसा एक मामला नहीं है। इसके पूर्व 100 रुपए की रसीद काउंटर पर जाकर भी अधिकारियों द्वारा कर्मचारियों को धमकाया जा रहा है।
ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि कर्मचारी कोई गलत कार्य नहीं करें। लेकिन व्यवस्था सुचारू और व्यवस्थित नहीं है तो कर्मचारी भी क्या करें। यह कार्य मंदिर के अधिकारियों के हाथों में है।
ऐसी व्यवस्था है मंदिर में
- मंदिर परिसर में स्थित पगड़ी काउंटर में पूछताछ-सहायता केन्द्र खोला गया था। लेकिन काउंटर हमेशा बंद पड़ा रहता है। इतना बड़ा महाशिवरात्रि पर्व निकल गया लेकिन यहां पर कोई भी कर्मचारी बैठा हुआ नहीं पाया गया। ऐसे में श्रद्धालु मंदिर परिसर में आकर जाने का मार्ग सहित अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी पूछ कर अपना काम चलाते हैं।
- दूसरा प्रोटोकाल रसीद काउंटर पर कर्मचारियों की कमी होने के कारण एक शिफ्ट में दो कर्मचारी कार्य करते रहते हैं। यहां पर 6 कम्प्यूटर लगाए गए थे। जोकि खाली पड़े रहते हैं। यहां पर कर्मचारी बढ़ाने की आवश्यकता है।
लड्डू प्रसाद की किल्लत
सोमवार को सभी काउंटरों से प्रसाद दोपहर 11 बजे तक नदारद रहा। केवल 4 नंबर गेट पर स्थित काउंटर से 200 ग्राम के पैकेट श्रद्धालुओं को दिए जाते रहे। जिसके चलते सभी 3 से 4 प्रसाद काउंटरों को बंद करना पड़ा। ऐसा किसलिए हुआ इस बात की जानकारी तो मंदिर प्रशासन ही ठीक तरह से दे सकता है।