एसपी को शिकायत कर दी थी आत्महत्या की चेतावनी
उज्जैन,अग्निपथ। आठ साल से अपने मकान पर बदमाश का कब्जा छुड़वाने के लिए दर-दर भटक रही विधवा को बुधवार को न्याय मिल गया। तीन दिन पहले हुई शिकायत पर कार्रवाई करते हुए पुलिस प्रशासन ने आधे घंटे में मकान खाली करवाकर महिला को सौंप दिया।
प्रकाश नगर निवासी बदमाश ने अपने ही रिश्तेदार मनोहर जीनवाल की मौत के बाद वर्ष 2012 उसके दो मंजिला मकान पर कब्जा कर किराए पर दे दिया था। भदाले के खौफ के कारण जीनवाल की पत्नी यशौदा इकलौते पुत्र को लेकर राजस्थान में भाई के यहां रहने पर मजबूर हो गई थी। लगातार शिकायतों के बाद भी न्याय नहीं मिलने पर 27 दिसंबर को यशोदा ने एसपी सत्येंद्र कुमार शुक्ला से मकान वापस दिलवाने की मांग की थी।
उन्होंने आपबीती बताते हुए मकान नहीं मिलने पर पुत्र के साथ आत्महत्या करने को कहा था। जांच के बाद नीलगंगा टीआई रविंद्र यादव ने मकान खाली करवाया और बुधवार शाम एसडीएम संजय साहू, सीएसपी डॉ. रविंद्र वर्मा के साथ मौके पर जाकर मकान-दुकान की जीनवाल को चाबी सौंप दी। याद रहे यशौदा के पति मनोहर लोकायुक्त में कर्मचारी थे। याद रहे भदाले नीलगंगा क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर बदमाश है, उस पर हत्या, प्राणघातक हमले, अपहरण जैसे दर्जनों अपराध दर्ज हैं।
पेंशन भी छीन लेता है भदाले
यशोदा जीनवाल का आरोप है कि पति की मौत के बाद भदाले ने गुमराह कर उसका एक मकान बेचकर रुपए हड़प लिए और दूसरे पर भी कब्जा कर रखा। वह उसके पति की पेंशन भी छीन लेता है। विरोध करने पर उसके रिश्तेदार व साथी मारपीट कर पुत्र की हत्या की धमकी देते थे। इसलिए वह छिपकर राजस्थान से आती थी। मकान मिलने के बाद क्षेत्रवासियों ने पुलिस प्रशासन की जमकर सराहना की और जीनवाल ने खुब दुआएं दी।