पुलिस ने दर्दे दिल की दवा चाहिए बजवाकर उतारी खुमारी
इंदौर, अग्निपथ। बोल बोले बोल तुझको क्या चाहिए, मुझको दर्दे दिल की दवा चाहिए… गाने पर बदमाशों ने अपने साथी के बर्थडे पर धारदार हथियार लहराए। वीडियो वायरल होने पर पुलिस सभी को थाने ले आई। थाने में इनको जोरदार ‘दवा’ दी। पुलिस ने बाकायदा गाना फिर से बजवाया और गाने में दवा बोल आते ही सबकी खुमारी उतारी।
मामला इंदौर के तेजाजी नगर थाना क्षेत्र का है। 22 साल के साहिल पिता विष्णु कोटिया का जन्मदिन था। दोस्तों ने साहिल का जन्मदिन मनाने के लिए क्षेत्र में एक जगह चुनी। साहिल सहित उसके पांच दोस्त इकट्ठा हुए, इनमें दो नाबालिग हैं। गाने बजाए और हाथ में धारदार हथियार लिए जमकर डांस किया। हथियार के साथ वीडियो भी बनाए। केक काटकर सभी वहां से चले गए।
पुलिस को भनक लगी और जुटाया वीडियो
युवकों के हथियार लेकर डांस करने का मामला पुलिस तक पहुंचा। पुलिस ने तत्काल अपने मुखबिर तंत्र को एक्टिव किया। पुलिस को सभी युवकों के बारे में जानकारी तो मिली, लेकिन वीडियो सामने नहीं आया। फिर कोशिश की तो इनका वीडियो भी मिल गया। वीडियो देखा तो उसमें पांच युवक हथियार लहराते हुए नजर आए। पुलिस इनके घर जा पहुंची और थाने ले आई।
थाने में भी बजाया वही गाना, फिर जमकर उतारी खुमारी
तेजाजी नगर टीआई आरडी कानवा ने बताया कि पकड़ाए पांच युवकों में दो नाबालिग हैं। इन पर आम्र्स एक्ट की धाराओं में कार्रवाई की है। एक युवक का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड होने के चलते उसकी गुंडा फाइल खोली गई है। नाबालिगों पर भी नजर रखी जाएगी कि वह अन्य किसी अपराधों में संलिप्त न हो।
आम्र्स एक्ट मामलों में इंदौर देश में नंबर-वन
देश में यूपी और बिहार को क्राइम और हथियारों के इस्तेमाल के मामले में सबसे ज्यादा संवेदनशील माना जाता है, लेकिन एनसीआरबी के आंकड़े कुछ और ही कहानी कहते हैं। आर्म्स एक्ट मामले में इंदौर का क्राइम रेट सबसे हाई है। यह प्रति लाख 78.4 केस हैं। दूसरे नंबर पर उत्तर प्रदेश का गाजियाबाद है। 2021 में इंदौर में आर्म्स एक्ट से जुड़े 1700 मामले दर्ज किए गए। यह देश की राजधानी दिल्ली से मात्र 1100 कम है। लेकिन दिल्ली में आबादी के लिहाज से क्राइम में हथियारों के इस्तेमाल का रेट 17.7 प्रति लाख ही है।
नशे के मामले में इंदौर देश में तीसरा, जुए-सट्टे में चौथा नंबर
इंदौर में पिछले साल एनडीपीएस, अवैध शराब और ड्रग्स के 4600 से ज्यादा केस दर्ज हुए हैं। एनडीपीएस एक्ट के 1414 मामले दर्ज हुए। यह मुंबई के 7089 और बेंगलुरु के 4555 के बाद सबसे ज्यादा है। ड्रग्स के मामले भी 1300 से ज्यादा हैं। इतना ही नहीं क्रिकेट सट्टे के यहां 1262 केस दर्ज हुए। इंदौर से आगे अहमदाबाद (1688), दिल्ली (1977) और जयपुर (2035) है।