आलोट, अग्निपथ। नगर के विक्रमगढ़ क्षेत्र के दो वार्डों और आसपास के गांवों के हजारों लोग वर्षों से रेलवे फाटक-21 के बार-बार बंद होने से होने वाली आवागमन की समस्याओं से परेशान हैं। दिल्ली-मुंबई मुख्य ट्रेक होने से ट्रेनों का ट्रैफिक ज्यादा रहता है, जिसके कारण दिन में कई बार फाटक लंबे समय तक बंद रहती है। फाटक पर लगने वाले लंबे जाम से कई बार एंबुलेंस जैसी इमरजेंसी सेवाएं भी ठप्प हो जाती हैं।
ब्रिज निर्माण के साथ 15 सूत्रीय मांगों को लेकर रविवार को विक्रमगढ़ विकास मंच के कार्यकर्ताओं ने क्षेत्रीय विधायक चिंतामणि मालवीय को ज्ञापन सौंपकर समस्याओं का तत्काल निराकरण की मांग की है। गौरतलब है कि लंबे समय से क्षेत्र के रहवासी इस ट्रेक पर ओवरब्रिज की मांग कर रहे हैं, लेकिन जनप्रतिनिधियों से आश्वासन के अलावा अभी कुछ नहीं मिला है।
व्यापार-व्यवसाय से लेकर शिक्षा और चिकित्सा जैसी सारी सुविधाओं में फाटक रोड़ा बन रहा है। मंदसौर और नीमच जैसी बड़ी मंडियों का रास्ता भी इसी फाटक से गुजरता है, जिसके कारण सैकड़ों किसानों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
पूर्व में रेलवे ने इस फाटक पर ब्रिज बनाने की स्वीकृति जरूर दे रखी है, लेकिन राज्य शासन से शेष हिस्से के निर्माण की मंजूरी नहीं मिलने से रेलवे ने भी अपने हाथ खड़े कर दिए हैं। अब जब तक राज्य शासन बजट आवंटित नहीं करता है, तब तक रेलवे भी अपना हिस्सा नहीं बनाएगा।
15 सूत्रीय मांगों में प्रमुख रूप से नगर परिषद का नाम विक्रमगढ़-आलोट करने, मुक्तिधाम की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने, ऐतिहासिक दरवाजों का रखरखाव करने सहित कई प्रमुख मांगों से विधायक को अवगत करवाया गया। इस दौरान राघवेंद्र सिंह सोलंकी, हेमेंद्र सिंह निगम, राकेश पोरवाल, मामा मोहक मेहता सहित कई नगरवासी उपस्थित थे।
महिदपुर रोड से रोहल खुर्द के बीच रेलवे समपार फाटक क्रमांक 4 11 से 17 मार्च तक बंद रहेगा
महिदपुर रोड, अग्निपथ. मुंबई-दिल्ली ब्रॉड गेज रेलवे ट्रैक पर महिदपुर रोड से रोहल खुर्द रेलवे स्टेशन के बीच डेलनपुर हनुमान मंदिर को सडक़ से जोडऩे वाले रेलवे समपार फाटक क्रमांक 4 आज सोमवार 11 मार्च से रोड ओवर ब्रिज निर्माण कार्य के चलते 17 मार्च सोमवार शाम 6 बजे तक यात्री बसों, दो पहिया वाहनों (मोटरसाइकिल) चालकों के आवागमन के लिए बंद रहेगा।
इस संबंध में जानकारी देते हुए वरिष्ठ सेक्शन इंजीनियर ने बताया कि रेलवे ट्रैक पर रोड ओवर ब्रिज निर्माण कार्य में गर्डर डालने के कार्य सहित अन्य कार्य इंजीनियरिंग विभाग तथा संबंधित ब्रिज निर्माता ठेकेदार द्वारा संयुक्त रूप से किया जाएगा।