उज्जैन, अग्निपथ। महाकालेश्वर मंदिर में सर्वाधिक आकर्षण का केंद्र भस्म आरती के दर्शन अब महाशिवरात्रि के बाद शुरू होंगे। इसको लेकर महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक मंगलवार को मेला कार्यालय में आयोजित की गई। दैनिक अग्निपथ ने अपने 7 जनवरी के अंक में …भस्म आरती दर्शन के लिए शिवरात्रि के बाद मिलेगा भक्तों को प्रवेश… शीर्षक से समाचार प्रकाशित किया था।
इसका व्यापक असर जिला प्रशासन पर हुआ। हालांकि बैठक में श्रद्धालुओं का सामान्य प्रवेश, हारफूल-प्रसाद चढ़ाए जाने, 1100 रुपए की अभिषेक रसीद सहित मंदिर के अन्य प्रकल्प शुरू किए जाने को लेकर कोई विचार-विमर्श नहीं हो पाया।
6 फरवरी को कलेक्टर आशीषसिंह मंदिर में चल रहे स्मार्ट सिटी के कार्यों के देखने के लिए मंदिर आए थे। यहां पर उन्होंने विशेष रूप से मंदिर के महेश पुजारी और पुजारी समिति अध्यक्ष अशोक शर्मा को निमंत्रित कर भस्म आरती शुरू करने को लेकर विचार विमर्श किया था। दोनों ने ही उनको शिवरात्रि के बाद श्रद्धालुओं का प्रवेश भस्म आरती में करने पर सुझाव दिए थे। हालांकि इस दौरान कलेक्टर श्री सिंह ने मीडिया के सामने एक-दो दिन में बैठक कर एक सप्ताह में भस्म आरती शुरू करने को लेकर अपने विचार व्यक्त किए थे। लेकिन मंगलवार सुबह आहूत महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में उन्होंने सर्वसम्मति से निर्णय लेते हुए भस्मारती में दर्शनार्थियों की प्रवेश व्यवस्था आगामी 15 मार्च से प्रारंभ किए जाने पर मोहर लगा दी। साथ ही यह व्यवस्था 15 मार्च से पूर्व की तरह पूर्ण क्षमता के साथ प्रारंभ करने को कहा। इस दौरान गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति के संबंध में भी 15 मार्च के बाद विचार किए जाने पर सहमति बनी।
ऑनलाइन बुकिंग व्यवस्था चलती रहेगी
सामान्य दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग व्यवस्था को निरंतर करने का निर्णय लिया गया तथा मंदिर परिसर में वर्तमान में संचालित तत्काल निशुल्क दर्शन बुकिंग व्यवस्था के 8 कियोस्क का व्यापक प्रचार-प्रसार एवं इनका विस्तार करने का के निर्देश दिए गए। बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि जो भी दर्शनार्थी बिना बुकिंग के मंदिर दर्शन के लिए पहुंचते है उनको निराश ना होना पड़े इसके लिए उनकी हर संभव नि:शुल्क सहायता की जाए एवं उपलब्ध दर्शन स्लॉट में से कियोस्क के माध्यम से उनकी बुकिंग करवाई जाए । बैठक में जानकारी दी गई कि जब से ऑनलाइन दर्शन की सुविधा प्रारंभ की गई है तब से अनाधिकृत व्यक्तियों का मंदिर में प्रवेश होना बंद हो गया है और इस कारण से दर्शनार्थियों के जेब कटने व सामान चोरी होने की घटना में अत्यधिक कमी आई है।
शयन आरती का क्रेज बढ़ाएंगे
बैठक में भगवान महाकाल की शयन आरती में श्रद्धालुओं को प्रवेश देने का निर्णय लिया गया तथा इसका समय बढाकर रात्रि 10.15 बजे तक कर दिया गया है। जिससे 10.15 बजे तक मंदिर में दर्शन के लिए पहुंचने वाले श्रद्धालु शयन आरती के दर्शन का लाभ ले सकेंगे ।
गौशाला का संचालन अखाड़ा करेगा
बैठक में महाकाल मंदिर प्रबंध समिति द्वारा संचालित गौशाला का संचालन कार्य महानिर्वाणी अखाड़े के महंत विनीत गिरी को सौंपने का निर्णय लिया गया। हालांकि पूर्व में दिसम्बर माह में आयोजित मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में भी महानिर्वाणी अखाड़े के महंत से गौशाला को संचालित करने संबंधी विचार विमर्श हुआ था।
फॉरेन करंसी अकाउंट खुलेगा
महाकालेश्वर मंदिर में विदेशी मुद्रा में प्राप्त होने वाले दान को जमा करने के लिए शासन द्वारा निर्धारित फॉरेन करेंसी अकाउंट खोलने का निर्णय लिया गया।
चारों ओर से होगा चौड़ीकरण
बैठक में महाकालेश्वर मंदिर में किए जा रहे विकास कार्यों के तहत सडक़ चौड़ीकरण के लिए आवश्यक भूमि अधिग्रहण की आवश्यकता एवं प्रक्रिया को स्वीकृति प्रदान की गई । इसमें महाकाल मंदिर चौराहे का चौड़ीकरण, बड़ा गणपति मंदिर की गलियों का चौड़ीकरण, चारधाम पार्किंग से नृसिंह घाट तक की सडक़ का चौड़ीकरण तथा उर्दू स्कूल की गली में माधव सेवा न्यास की सडक़ का चौड़ीकरण शामिल है।
परंपरागत पगड़ी ही चढ़ेगी
बैठक में भगवान महाकाल को चढ़ाए जाने वाली पगड़ी के सम्बन्ध में विचार विमर्श किया गया एवं निर्णय लिया गया कि उच्चतम न्यायालय के दिशा-निर्देशों के तारतम्य में केवल परंपरागत पगड़ी ही भगवान को चढ़ाई जाए। हरिओम जल चढ़ाने के सम्बंध में श्रद्धालु महिलाओं के आग्रह पर विचार किया गया। इस सम्बन्ध में अंतिम निर्णय महाशिवरात्रि के बाद लिया जायेगा । इस अवसर पर बैठक में एडीएम और मंदिर समिति प्रशासक नरेंद्र सूर्यवंशी, महंत विनीत गिरी, पुजारी प्रदीप गुरु, आशीष गुरु, विजयशंकर मेहता, दीपक मित्तल, नगर निगम कमिश्नर क्षितिज सिंघल, उज्जैन विकास प्राधिकरण सीईओ सोजान सिंह रावत, स्मार्ट सिटी सीईओ जितेंद्र सिंह उपस्थित रहे।