अग्निपथ के साथ प्रयास की पहल
बडऩगर, (अजय राठौड़)। कोरोना की दूसरी लहर में चिकित्सा संसाधन की कमी हर कहीं नजर आई है, जिससे कई परेशानियां आमजन को उठाना पड़ी है। यहीं नहीं चिकित्सा संसाधनों की कमी के चलते इस करोना काल में हमसे कई लोग बिछड़े भी है। ऐसे में यहां के आत्मनिर्भर कोविड सेंटर पर दानदाताओं के सहयोग से 10 आईसीयू बेड की सुविधा की शुरुआत हो चुकी है।
जहां चाह है वहां राह की कहावत इस कोविड सेंटर पर खऱी उतर रही है। संसाधनों की कमी से जूझती स्वास्थ्य सेवाओं के बीच आईसीयू बेड वाला कोविड केयर सेंटर शुरू करना आसान नहीं था लेकिन अनुविभागीय अधिकारी (एसडीएम) डॉ. योगेश भरसट के चिकित्सकीय अनुभवों के चलते आत्मनिर्भरता के साथ यह सुविधा भी इस तहसील के लोगों को मिल सकी। अग्निपथ ने चिकित्सा संसाधन की जरूरतों को पूरा करने को लेकर प्रमुखता से सकारात्मक खबर प्रकाशित कर जन प्रतिनिधियों व प्रशासन का ध्यान आकृष्ट कराया था। इसके साथ ही नगर की सामाजिक कार्यों के लिए अग्रणी संस्था प्रयास व अन्य संगठनों ने भी नगर में चिकित्सा सुविधाओं को बढ़ाए जाने की पहल की थी। इन सब मिलेजुले प्रयासों से यह संभव हो सका है।
कुल 10 बेड होंगे उपलब्ध
एसडीएम भरसट ने बताया सभी चिकित्सा सुविधा दिलाने के प्रयास किये जा रहे, जिसमें सभी के सहयोग से हम सफल हो रहे है। आईसीयू की आवश्यकता के चलते आत्मनिर्भर कोविड सेंटर पर 10 आईसीयू बेड की व्यवस्था की जा रही है। जिसमें बच्चों के लिए चार बेड व बड़ों के लिए 6 बेड की सुविधा रहेगी। 3 बेड संस्था प्रयास की ओर से मिले हैं। 8 मल्टीपेरा मशीन में से 4 आ चुकी है। 4 बाई पेप मशीन भी उपलब्ध है। जो उपचार में उपयोगी साबित होगी। जैसे-जैसे बेड व उपकरण उपलब्ध होंगे सुविधा बढ़ाते जाएंगे।
तीन मरीजों को मिल रहा लाभ
उपलब्ध संसाधनों के साथ आईसीयू बेड पर मरीजों का उपचार प्रारंभ कर दिया गया है। जिसमें दो पुरुष का उपचार चल रहा है, वहीं एक बच्चे को उपचार के बाद स्वस्थ होने पर छुट्टी दे दी है। आईसीयू में उन्हीं मरीजों का उपचार होगा जो गंभीर है और अन्य कहीं जाना नहीं चाहते व उन्हें विश्वास है कि मैं यही ठीक हो जाऊंगा।
अब वेंटिलेटर का इंतजार, सांसद ने की है घोषणा
आत्मनिर्भरता के साथ चिकित्सा सुविधाओं में हो रही बढ़ोतरी में अब वेंटिलेटर का इंतजार है। एसडीएम डॉ. भरसट ने बताया सांसद अनिल फिरोजिया से दो वेंटिलेटर मशीन देने का आश्वासन मिला है, इन मशीनों का इंतजार है। गत दिनों सांसद अनिल फिरोजिया व प्रभारी मंत्री डॉ. मोहन यादव के नगर प्रवास के दौरान अग्निपथ प्रतिनिधि ने उनसे इस बारे में आग्रह किया था। इस पर सांसद ने दो वेंटिलेटर उपलब्ध कराने की बात की थी।
डॉ. सुयश की अनुकरणीय सेवा
चिकिसा सुविधा बढ़ाने में जनसहयोग के साथ शासकीय चिकित्सालय के चिकित्सक आत्मनिर्भर कोविड सेंटर में भी तत्परता के साथ कोरोना मरीजों की सेवा कर रहे हैं। उन्होंने अनुकरणीय सेवा के साथ जरूरत मंदों के लिए सहयोग का उदाहरण पेश किया है। डॉ. सुयश की चाची को गहन उपचार की आवश्यकता थी। जिनकी बचने की उम्मीद काफी कम थी। किन्तु कोविड सेंटर पर उपलब्ध चिकित्सा संसाधन व टीम पर विश्वास के चलते चाची को अन्य कहीं नहीं भेजते हुए इसी सेंटर पर इलाज किया गया। 20 दिन तक उपचार के बाद वे पूर्णत: स्वस्थ हुई । जिनके उपचार खर्च का 48 हजार रुपया तो पूरा जमा किया। साथ ही कोविड सेंटर पर मरीजों के इलाज के लिए एक मल्टीपेरा मशीन भी भेंट की।
योगदान ‘प्रयास’ का, तीन बेड दिये
हजारीबाग बस स्टैंड पर संचालित आत्मनिर्भर बडऩगर कोविड केयर सेंटर को तीन आईसीयू बेड संस्था प्रयास द्वारा उपलब्ध कराए जो बुधवार रात में एसडीएम योगेश भरसट, मेडिकल ऑफिसर डॉक्टर देवेंद्र स्वामी, डॉ. सुयश श्रीवास्तव एवं अन्य अधिकारियों की उपस्थिति में प्रदान किये। एसडीएम ने इसके लिए संस्था के प्रयास की प्रशंसा की। इस अवसर पर संस्था के गुलशन खटोड, मोहम्मद गुलरेज मंसूरी, आशुतोष शर्मा, सौरभ लाठी, अमित बरडिया, ऋषभ नीमा, राहुल शर्मा स्वतंत्र, साकेत जैन, जयेश आचार्य, धर्मेंद्र भारद्वाज, अर्पित खबिया, हेमंत दौराया, राजकुमार पुरोहित, हेमंत खबिया, नितीन त्रिवेदी, राजपालसिंह राठौड़, सौरभ गोखरू, राहुल बुरड, आशुतोष पाटीदार, मनीष शर्मा आदि उपस्थित थे।