पश्चिमी उत्तरप्रदेश के किसानों और जाटों के दिलों पर एकछत्र राज करने वाले राष्ट्रीय लोकदल के अध्यक्ष पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरणसिंह के बेटे 83 वर्षीय चौधरी अजीत सिंह ने गुरुग्राम के आर्टिमस अस्पताल में अंतिम सांस ली और दुनिया को अलविदा कर दिया। 12 फरवरी 1939 में मेरठ के भडोला […]

भारतीय जनता पार्टी द्वारा क्या देश की अस्मिता के प्रतीक प्रभु श्रीराम की भक्ति में कहीं कोई चूक हो गयी है? क्या मोदीजी की लोकप्रियता का जादू जो कुछ समय पहले तक भारतीयों के सिर चढक़र बोल रहा था वह उतर गया है? क्या मोदीजी की लोकप्रियता का चरम गुजर […]

सृष्टि के सृजक श्री ‘हरि विष्णु’ ने सृष्टि का सृजन कर इसके संचालन का दायित्व श्री ‘ब्रह्मा’ जी को सौंपा और संहार का कार्य ‘शिव’ को। यदि सृजन होगा तो संहार भी जरूरी है तभी पृथ्वी पर संतुलन कायम रहेगा। यदि सिर्फ सृजन ही होता रहा तो पृथ्वी पर भार […]

देश के 5 राज्यों की विधानसभा चुनावों के परिणाम भारतीय जनता पार्टी के लिये निराशाजनक ही कहा जाना उचित होगा। बंगाल में वह ममता बेनर्जी के अंगद की तरह जमें पैरों को हिला भी नहीं पायी, केरल में वह अपना खाता भी नहीं खोल पायी और तो और वहाँ की […]

अप्रैल माह की आखिरी तारीख पत्रकार जगत के लिये मनहूस साबित हुयी। इलेक्ट्रानिक मीडिया से आज तक के एंकर 42 वर्षीय रोहित सरदाना को हमने खो दिया। आज तक के न्यूज एंकर, पत्रकार, कॉलोम्निस्ट, एडिटर और मीडिया जगत की जानी-मानी हस्ती रोहित सरदाना को 24 अप्रैल को कोरोना संक्रमित होने […]

अयं निज: परोवेति गणना लघुचेतसाम्। उदारचरितानां तु वसुधैव कुटुम्बकम्।। अर्थ- यह अपना बंधु है, और यह अपना बंधु नहीं है। इस तरह की मानसिकता छोटे चित्त वाले लोग करते हैं। उदार ह्रदय वाले लोगों की तो सम्पूर्ण धरती ही परिवार है। वसुधैव कुटुम्बकम्, सनातन धर्म का मूल संस्कार तथा विचारधारा […]

हमारे हिंदू धर्म पौराणिक ग्रंथ बताते हैं कि देव और दानवों ने मिलकर समुद्र का मंथन किया था। मंदराचल पर्वत को मथनी तथा वासुकी नाग को नेती बनाया गया था। स्वयं भगवान विष्णु कच्छप अवतार लेकर मंदराचल पर्वत को अपनी पीठ पर रखकर उसका आधार बन गये थे। भगवान नारायण […]

यह दुनिया एक रंगमंच ही तो है, जीव मानव रूप में आकर इस रंगमंच पर अपना-अपना रोल निभाता है। रंगमंच पर अपनी भूमिका निभा रही कठपुतलियों रूपी मानव की डोर ईश्वर के हाथ में ही है। कब, किसे, किस तरह और कितने समय की भूमिका निभाना है यह सिर्फ ऊपर […]

विभाजन की त्रासदी के बाद मेरा देश जिस असहाय स्थिति में दिख रहा है बीते 74 वर्षों में कभी नहीं दिखा। शायद कोरोना रूपी प्राकृतिक आपदा जैसा कोई संकट भी इस देश पर नहीं आया था। पर पहली बार हमारा ‘तंत्र’ बेबस और लाचार नजर आ रहा है। ‘गण’ सिर्फ […]

दुनिया में कोरोना संक्रमण से हुई मौतों के मामले में हमारा देश अमेरिका, ब्राजील के बाद तीसरे नंबर पर पहुँच गया है। जहाँ अमेरिका में संक्रमितों का आँकड़ा सवा 3 करोड़ को पार कर गया है और पौने छह लाख लोगों की मौत हो चुकी है वहीं ब्राजील में सवा […]