वस्त्र निर्माण ईकाई का भूमिपूजन करने आए मुख्यमंत्री शिवराजसिंह ने रखी विकास कार्यों की नींव
उज्जैन। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्वीकार किया है कि कोरोना काल में प्रदेश का खजाना खाली हो गया है। हालत ये है कि चवन्नी भी नहीं बची है। ऊपर से कोरोना की तीसरी लहर का संकट बरकरार है। डेल्टा के बाद अब जीका वायरस से भी लंबे समय तक लडऩा है। सभी को सावधान और सतर्क रहने की आवश्यकता है। इसके बावजूद टेस्ट में कमी नहीं आने देंगे। रोजाना 75 हजार से ज्यादा टेस्ट किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह ने रविवार को उज्जैन में अत्याधुनिक होजयरी वस्त्र निर्माण इकाई का भूमि पूजन किया। उन्होंने कहा कि भविष्य में उज्जैन उद्योग नगरी के रूप में जाना जाएगा। कई बड़े और छोटे उद्योग लाइन में हैं। जल्द ही 6 अलग-अलग इकाइयों में 1,117 करोड़ का इंवेस्टमेंट किया जाएगा। इनमें 12 हजार लोगों को मिलेगा। प्रतिभा सिंटेक्स उज्जैन में प्लांट लगाकर 4000 लोगों को रोजगार देगी। सीएम ने कहा कि 60 करोड़ के निवेश के साथ बेस्ट लाइफ प्राइवेट लिमिटेड उज्जैन में गारमेंट्स फैक्ट्री शुरू करने जा रही है, जो 4000 महिलाओं को रोजगार देगी।
छह महीने में तैयार हो जाएगी वस्त्र निर्माण इकाई
सीएम ने कहा आजादी के पूर्व उज्जैन जिले में बड़ी-बड़ी कपड़ा मिलें थी। हजारों लोगों को रोजगार मिला हुआ था, लेकिन किसी कारणवश यह मिलें बन्द करना पड़ी। आज पुन: उज्जैन जिले में उद्योगों की स्थापना का शुभारम्भ किया जा रहा है। वस्त्र निर्माण की इकाई छह माह में बनकर तैयार हो जायेगी। इस इण्डस्ट्री से लगभग चार हजार महिलाओं को रोजगार मिलेगा। जल्द ही प्रतिभा सिंटेक्स इण्डस्ट्री का भूमि पूजन भी किया जायेगा। यहां भी चार हजार लोगों को रोजगार की प्राप्ति होगी। नागदा में स्थित ग्रेसिम इण्डस्ट्रीज में तीन हजार करोड़ से लेकर 11 हजार करोड़ रुपये तक का इन्वेस्ट होना है। छह अन्य औद्योगिक इकाईयां एक हजार 700 करोड़ की लागत से स्थापित की जायेगी और इस तरह पुन: उज्जैन को उद्योगों की नगरी बनाया जायेगा।
सभी दिशाओं से न्यारा दिखेगा महाकाल मंदिर
मुख्यमंत्री ने कहा कि महाकाल के प्रांगण का विस्तारीकरण किया जा रहा है। इसके तहत बेगमबाग के लोगों को अन्यत्र शिफ्ट कर उस क्षेत्र को ऐसा विकसित किया जायेगा, जहां से वह सभी दिशाओं से न्यारा दिखे। मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी हमें उज्जैन जिले को अग्रणी बनाना है।
निश्चिंत होकर नहीं बैठें, कोरोना अभी मौजूद है
कोरोना की तीसरी लहर से बचाव के लिये अभी से प्रयास करने होंगे। उन्होंने सभी लोगों से कहा कि आप निश्चिंत होकर न बैठें, यह निश्चिंत होकर बैठने का समय नहीं है। महाराष्ट्र में कोरोना की लहर बरकरार है और महाराष्ट्र की सीमा हमारे प्रदेश से लगती है। उन्होंने कहा कि कोरोना का वायरस बहुरूपिया है, आये दिन नये-नये रूप बदलता रहता है।
डेल्टा वायरस इसके नये रूप हैं। मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में प्रतिदिन 70 से 80 हजार कोरोना के टेस्ट किये जा रहे हैं। उन्होंने जिला प्रशासन को भी निर्देश दिये कि कोरोना की टेस्टिंग में कोई कसर बाकी न रखी जाये। उन्होंने जनप्रतिनिधियों से भी कहा कि वे जनता को कोरोना का टेस्ट कराने के प्रति जागरूक करें।
भविष्य की ग्रीनविच है डोंगला वेधशाला-डॉ. यादव
उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज जिले को अनेकों सौगात दी है। डोंगला वेधशाला भविष्य की ग्रीनविच बनने वाली है। सच्चे अर्थों में समय की गणना उज्जैन के डोंगला से होगी। आज भारत की ज्ञान परम्परा को स्थापित किया गया है। इस वेधशाला में सभी संसाधन जुटाये गये हैं। अत्याधुनिक सभागार बनाया गया है।
वेधशाला फिजिक्स एवं गणित का केन्द्र बनेगी। उज्जैन से समय की गणना होगी। इससे प्रदेश का नाम पूरे विश्व में बढ़ेगा। डॉ.यादव ने कहा कि साइंस सिटी के रूप में उज्जैन को पहचान दिलाई जायेगी। ऑडिटोरियम की सौगात भी मिली है। थ्रीडी के माध्यम से वेधशाला से नक्षत्र की गणना की जायेगी। वराहमिहिर एवं आर्यभट्ट के युग को वापस लाने का काम मुख्यमंत्री श्री चौहान ने किया है।
उज्जैन एक नये युग का साक्षी बना-सखलेचा
विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी तथा लघु, सूक्ष्म उद्योग मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा ने कहा कि आज उज्जैन एक नये युग का साक्षी बना है। ऑडिटोरियम की स्थापना हो या वेधशाला की स्थापना हो, चाहे अधोसंरचना विकास हो, आज जिले में इस क्षेत्र में बहुत कार्य हुआ है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री सभी वर्ग की चिन्ता करते हैं।
कलियुग के भागीरथ हैं मुख्यमंत्री- सांसद
सांसद अनिल फिरोजिया ने कहा कि मुख्यमंत्री ने आज टेक्सटाईल उद्योग की स्थापना कर एक अच्छी शुरूआत की है। मुख्यमंत्री कलयुग के भागीरथी हैं। उन्होंने नर्मदा का जल शिप्रा में लाया है। ऑक्सीजन प्लांट की स्थापना से कोरोना से लड़ाई में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि सिंहस्थ के दौरान जो विकास कार्य हुए थे, वे कार्य आज भी जारी हैं। जिले में 25 हजार लोगों को रोजगार मिलने की राह खुली है।
कार्यक्रम में साइंस एवं टेक्नालॉजी विभाग के डॉ.अनिल कोठारी ने मुख्यमंत्री को विशेष प्रकार की दूरबीन भेंट की। आभार प्रदर्शन विधायक पारस जैन ने किया। प्रदेश के उद्योग मंत्री राजवर्धन सिंह दत्तीगांव, वित्त मंत्री एवं प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा, विधायक बहादुरसिंह चौहान, पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ.सत्यनारायण जटिया, पूर्व सांसद चिन्तामणि मालवीय, विवेक जोशी, बहादुरसिंह बोरमुंडला आदि भी मौजूद थे।
उज्जैन को विज्ञान नगरी भी बनायेंगे
उज्जैन जिले को फिर से उद्योगों की एवं विज्ञान की नगरी बनायेंगे। एक तरफ उद्योग और दूसरी तरफ विज्ञान के क्षेत्र में उज्जैन देश का मार्गदर्शन करेगा। आज उज्जैन में एक नये युग का प्रारम्भ हो रहा है। उज्जैन धर्म, आध्यात्मिक, विज्ञान, पुरातत्व, विद्वानों, शिप्रा की अदभुत नगरी है। दसों दिशाओं में उज्जैन का नक्षत्र चमकता रहेगा। यह बात मुख्यमंत्री ने डोंगला में स्थित नवनिर्मित वेधशाला के ऑडिटोरियम के ई-लोकार्पण अवसर पर कही।
कालिदास अकादमी में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने माधव नगर चिकित्सालय एवं नागदा में स्थापित पांच ऑक्सीजन प्लांट का तथा चरक अस्पताल में 50 बच्चों के लिये बनाये गये चाइल्ड केयर वार्ड का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने स्मार्ट सिटी के अन्तर्गत निर्माण किये जाने वाले आठ कार्यों का भूमि पूजन किया।
मुख्यमंत्री ने शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने वाले 45 ग्राम पंचायतों के सरपंचों को सम्मानित करते हुए उन्हें प्रमाण-पत्रों का वितरण किया। वहीं, सीएम ने कालिदास अकादमी स्थित संकुल हॉल से 52 करोड़ रुपए के स्मार्ट सिटी के 8 कार्यों का भी शिलान्यास किया।