मुख्यमंत्री शिवराजसिंह ने उज्जैन पहुंचकर शोक संवेदना व्यक्त की, राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार
उज्जैन, अग्निपथ। प्रदेश के पूर्व मंत्री एवं वरिष्ठ भाजपा नेता बाबूलाल जैन का 7 अगस्त शनिवार को निधन हो गया । श्रद्धांजलि देने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान उज्जैन पहुंचे और दशहरा मैदान स्थित आवास पर जैन के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा , सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक पारस जैन व ओम जैन एवं परिजन मौजूद थे ।
इस मौके पर मुख्यमंत्री श्री सिंह ने कहा कि विषम परिस्थितियों में भी संगठन के लिए कार्य करते हुए संगठन को इस वटवृक्ष के रूप में स्थापित करने में उनका योगदान अतुलनीय है , उनका इस प्रकार चले जाना ना सिर्फ भारतीय जनता पार्टी उज्जैन के लिए अपितु समूचे प्रदेश के लिए ऐसी क्षति है जिसे पाट पाना असंभव है।
श्री जैन का शुक्रवार-शनिवार की मध्य रात्रि में निधन हो गया था। वे 87 वर्ष के थे। अंतिमयात्रा शनिवार शाम को निज निवास दशहरा मैदान से निकाली गयी। भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी श्री जैन के निधन पर परिवारजनों से मोबाइल पर बात कर शोक संवेदना व्यक्त की। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने शोक सन्देश के माध्यम से श्रद्धा सुमन अर्पित किये। पत्र का वाचन जिलाध्यक्ष विवेक जोशी ने किया। श्री जैन की अंतिम यात्रा में अशोक सोहनी, जीतेन्द्र लिटोरिया, प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा, डॉ. मोहन यादव , सांसद अनिल फिरोजिया, प्रदेश उपाध्यक्ष डॉ चिंतामणि मालवीय, बहादुर सिंह चौहान, विधायक पारस जैन, प्रदेश सह कोषाध्यक्ष अनिल जैन कालूहेड़ा , जिलाध्यक्ष विवेक जोशी, बहादुर सिंह बोरमुंडला, विभाष उपध्याय, प्रदीप पांडेय, ओम जैन, इक़बाल सिंह गाँधी, वीरेंद कावडिय़ा, सतीश मालवीय, रूप पमनानी, सुरेश गिरी, सत्यनारायण खोईवाल, विशाल राजोरिया, दिनेश जाटवा सहित बड़ी संख्या में भाजपा नेता एवं कायकर्ता सम्मिलित हुए।
राजनीतिक सफर : 1952 से लगातार सक्रिय थे श्री जैन
श्री जैन का जन्म 17 नवम्बर 1934 को नगर के प्रतिष्ठित श्री प्रतापमल जैन के घर हुआ। सन् 1957 में उन्होंने माधव कॉलेज केंद्र से बी.ए. परीक्षा आगरा विश्वविद्यालय आगरा से उत्तीर्ण की। माधव कॉलेज के परीक्षार्थियों का यह आगरा विश्वविद्यालय का अंतिम बेच था।
- 1952 से भारतीय जनसंघ के सक्रिय कार्यकर्ता के रूप में हुआ उनका राजनीतिक सफर 2016 तक म.प्र. राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष पद जारी रहा।
- 1973 से लोकमान्य जयप्रकाश नारायण द्वारा छेड़े गये दूसरी आजादी आंदोलन में सक्रिय भूमिका। 1975 में मीसा में निरुद्ध। 1977 में उज्जैन उत्तर से विधायक निर्वाचित। 1978 में म.प्र. सरकार में संसदीय सचिव।
- 1980 में मध्यप्रदेश सरकार में शिक्षा मंत्री।
- 1980 में भारतीय जनता पार्टी की सुनियोजित श्रृंखला में संगठन कार्य
- सन् 1990 में महिदपुर से दूसरी बार विधायक बने।
- सिंहस्थ 1992 में उत्कृष्ट कार्य।
- नगर में जनसहयोग से 300 बिस्तरों वाले उज्जैन चेरिटेबल हॉस्पिटल एण्ड रिसर्च सेंटर की स्थापना एवं मेडिकल कॉलेज हेतु प्रयत्नशील।
- 1993 में तीसरी बार विधायक बने। 1
- 998 में संसदीय संघ के माध्यम से यूरोप के आठ देशों की अध्ययन यात्रा।
- वर्ष 2000 में म.प्र. का पहला प्रायवेट मेडिकल कॉलेज आरडी गार्डी के शुभारंभ में मुख्य भूमिका।
- सिंहस्थ 2004 में स्थाई समिति के अध्यक्ष।
- 2005-06 में भाजपा प्रदेश कोषाध्यक्ष
- सन् 2008 में मध्यप्रदेश सरकार द्वारा गठित राज्य सामान्य निर्धन वर्ग कल्याण आयोग के अध्यक्ष पद पर (केबिनेट मंत्री का दर्जा)
- सन् 2011 से सन् 2016 तक म.प्र. राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष पद के दायित्व का निर्वहन किया ।
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