शहर के विधायक और प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने शनिवार को एक और महत्वपूर्ण सौगात की नींव रखी है। यह है शिक्षा जगह में क्रांतिकारी परिवर्तन की। विक्रम विश्व विद्यालयों में 130 से अधिक नये कोर्स शुरू किये गए हैं। यह सभी कोर्स ऐसे हैं जो डिग्री-डिप्लोमा के साथ-साथ रोजगार भी उपलब्ध करायेंगे। नए कोर्स की सूची का अवलोकन किया जाये तो इनमेें ऐसी कोई फिल्ड नहीं बची है, जिसकी पढ़ाई विक्रम विश्वविद्यालय नहीं करा सकता हो। हर तरह की पढ़ाई यहां उपलब्ध है, सभी कोर्स हर स्तर पर है। शासन से मान्य होने पर भी इनसे रोजगार भी मिलेगा। खेल जगत, व्यापार जगत, औद्योगिकी, धार्मिक, पर्यटन आदि क्षेत्रों में ढेरों सौगातों के बाद डॉ. यादव ने अब उच्च शिक्षा के क्षेत्र में भी सराहनीय काम किया है। इन सभी क्षेत्रों में अगर पढ़ाई बेहतर हो गई तो उज्जैन के स्टूडेंट्स देश-विदेश में भी अपना नाम रोशन करेंगे। शासन के स्तर पर तो विक्रम विश्वविद्यालय को काफी कुछ मिल गया है, लेकिन उपलब्धियां तभी हासिल होगी जब यहां की पढ़ाई की गुणवत्ता में भी सुधार दिखाई दे। न सिर्फ पढ़ाई, बल्कि परीक्षा व रिजल्ट प्रणाली में भी आमूलचूल परिवर्तन की जरूरत है। शासन की ओर से उच्च शिक्षा विभाग ने तो अपना दायित्व निभा दिया, अब जिम्मेदारी निभाने की बारी विक्रम प्रशासन की है।