रात में हुई 28.4 मिलीमीटर वर्षा, बंगाल की खाड़ी में बना सिस्टम
उज्जैन, अग्निपथ। मानसून एक बार फिर से पश्चिमी मप्र में सक्रिय हुआ है। जिसके चलते रविवार की रात जोरदार बारिश का आगाज देखा गया। रात को उनके बारिश के दिन जीवाजीराव वेधशाला पर 28.4 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई है। तेज बारिश की वजह से गंभीर डेम का जल स्तर भी बढ़ा है। आज भी मौसम विभाग ने बारिश की संभावना जताई है। लेकिन मौसम किस करवट बैठता है। यह देखने वाली बात होगी।
वर्षा काल को एक माह का समय शेष बचा है। अब तक रुक रुक कर ही बारिश होती रही है। मानसून तीन बार ब्रेक लेने के बाद एक बार फिर लौट आया और रविवार रात 10 बजे तेज बारिश शुरू हुई। करीब 45 मिनट तक बारिश होने के बाद रिमझिम का दौर रात भर जारी रहा। लेकिन सोमवार को दिनभर उमस का वातावरण बना रहा। मौसम विभाग द्वारा सोमवार और आज मंगलवार को भी बारिश की संभावना जताई गई थी, लेकिन सोमवार तो सूखा ही निकल गया। आज मौसम किस करवट बैठता है, देखने वाली बात है। लेकिन इतना तो तय है कि आगामी दिनों में यदि मौसम इसी तरह का बर्ताव करता है तो शहरवासियों को पेयजल संकट का सामना करने के लिए तैयार रहना होगा।
एक इंच से अधिक बारिश
सोमवार की सुबह जीवाजीराव वेधशाला पर 28.4 मिली मीटर वर्षा दर्ज की गई है। रात में हुई 1 इंच से अधिक बारिश के बाद औसतन आंकड़ा 23 इंच को पार कर चुका है। मौसम विभाग की माने तो उज्जैन में अब तक 599 मिली मीटर, घट्टिया में 814, खाचरोद में 741, नागदा में 876, बडऩगर 684, महिदपुर 917, तराना 888 और झारडा 1004 मिली मीटर बारिश में भीग चुका है। शहर में 2-3 जून की रात बारिश ने दस्तक दी थी और 23 मिलीमीटर वर्षा दर्ज की गई थी। उसके बाद रुक-रुककर बारिश का क्रम चलता रहा। जून माह गुजरने के बाद शहर में मात्र 6 इंच के करीब वर्षा दर्ज हो पाई थी। 31 जुलाई तक जीवाजी राव वेधशाला के आकड़ों के मुताबिक 14 इंच बारिश हो चुकी थी। 28 अगस्त तक 22 इंच बारिश शहर में हो चुकी थी। दो माह के वर्षाकाल में एक बार भी ऐसा प्रतीत नहीं हुआ के शहरवासियों ने झमाझम का दौर देखा हो। इस बार फिर से बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना है। जिसके चलते मानसून लौट आया है। मौसम विभाग की माने तो कुछ दिन बारिश होती रहेगी। सोमवार सुबह भी आसमान में बादल छाए हुए थे।
पिछले चौबीस घंटे में जिले में औसत 41 मिमी वर्षा
कलेक्टर कार्यालय भू-अभिलेख से प्राप्त जानकारी के अनुसार पिछले चौबीस घंटे में उज्जैन जिले में औसत 41 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। इसमें उज्जैन तहसील में 38 मिमी, घट्टिया में 22, खाचरौद में 58, नागदा में 23, बडऩगर में 33, महिदपुर में 51, झारड़ा में 73 और तराना तहसील में 30 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। एक जून से लेकर अभी तक उज्जैन जिले में औसत 777.5 मिमी वर्षा हो चुकी है। उज्जैन जिले की सामान्य औसत वार्षिक वर्षा 906.2 मिमी है।
केचमेंट एरिया का बढ़ा जलस्तर
सोमवार की देर रात हुई बारिश के बाद गंभीर डेम के केचमेंट एरिया में जमा हुआ पानी गंभीर डेम का रुख कर चुका था। जिसके चलते डैम का लेवल 410.980 एमसीएफटी पहुंच गया। पिछले 24 घंटे में 28 एमसीएफटी पानी की आवक हुई है। डैम की क्षमता 2250 एमसीएफटी है।