संत-महंत, जनप्रतिनिधियों ने नौका विहार कर चढ़ाई नगरकोट माता को चुनरी
उज्जैन, अग्निपथ। अंकपात मार्ग स्थित गोवर्धन सागर में लगातार 17 दिनों तक श्रमदान के बाद शनिवार को स्वरूप पूरी तरह से बदला नजर आया। नए स्वरूप में आने के बाद क्षेत्रीय महिलाओं ने जल का पूजन किया। साधु-संतो और जनप्रतिनिधियों ने नौका विहार किया, नगर कोट माता जी को चुनरी अर्पित की गई।
शनिवार सुबह गोवर्धन सागर तट पर पं. नीलेश शर्मा और उनकी टीम द्वारा सुंदरकांड का पाठ किया गया। सुंदरकांड पाठ समाप्त होने के बाद पं. राजेश त्रिवेदी ने महिलाओं द्वारा गोवर्धन सागर का पूजन सम्पन्न कराया।
पूजन और गोवर्धन सागर को माखन-मिश्री का भोग अर्पित करने के बाद रामादल अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत डा. रामेश्वरदास, महंत भगवानदास, उच्चशिक्षा मंत्री डा. मोहन यादव, विधायक पारस जैन गोवर्धन सागर में नौका विहार करते हुए नगर कोट माता मंदिर तक पहुंचे। नगर कोट माता जी को चुनरी अर्पित की गई।
इस अवसर पर गोवर्धन सागर की सफाई के अभियान में श्रमदान करने वाले कर्मचारियों व गोवर्धन सागर विकास समिति के सदस्यगणों का साफा बांधकर सम्मान किया गया। स्वागत सम्मान समारोह का संचालन पूर्व पार्षद ओम अग्रवाल द्वारा किया गया।
इस अवसर पर महंत विनीतगिरी, महंत सेवानंद गिरी, महंत काशीदास, महंत दिग्विजय दास, महंत परमेश्वरदास, महंत बलरामदास, महामंडलेश्वर ज्ञानदास, महंत जयरामदास, महंत रामचंद्रदास, श्रीमती माया राजेश त्रिवेदी, शिव लश्करी, सुश्री भारती प्रपन्ना, विशाल यादव, कमल कौशल, मुकेश जोशी, सुनील जैन उपस्थित थे।