रुनिजा (बडऩगर), अग्निपथ। विगत 2 माह से रुनीजा माधवपुरा क्षेत्र में आतंक का पर्याय बन चुका हमलावर बंदर को लेकर क्षेत्र में व्याप्त दहशत का माहौल था। लोग घरों से निकलने में डर रहे थे। इसको लेकर अग्निपथ में लोगों की समस्या को प्रकाशित करने पर बुधवार को वन बिाग की टीम ने हमलावर बंदर को पकड़ लिया है।
वन विभाग के अधिकारी संजय तिवारी ने बताया कि उज्जैन का रेस्क्यू दल एवं बडऩगर से हमारी विभाग की टीम हमलावर बंदर को पकडऩे के लिए सुबह 11 बजे से ही रूनिजा में पहुंची और बन्दर की खोजबीन ग्रामवासियों के सहयोग से 3-4 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद तिवारी द्वारा बन्दर बेहोश किया गया और उसके बाद टीम में मौजूद टीम के सदस्यों ने उस बंदर को पकड़ कर पिंजरे में बंद कर दिया।
बंदर के पकड़े जाने पर एक और जहां रुनीजा, माधवपुरा के नागरिकों ने राहत की सांस ली है। इसको लेकर अग्निपथ टीम को धन्यवाद देते हुए वन विभाग का भी आभार व्यक्त किया है। बन्दर के पकड़े जाने पर सरपंच ज्योति मईड़ा, चिकित्सक महेश डोडिया सहित जिन जिन परिवारों के सदस्यों को हम बंदर ने हमला कर घायल किया था सभी ने कहा कि आज राहत की सांस मिली है वरना बन्दर किसी दिन बड़ी घटना को अंजाम दे सकता था।
दूसरा बन्दर नही पकड़ गई हो टीम
वन विभाग की टीम ने जिस बन्दर को पकड़ा यह वही हमलावर बंदर है। या कही पहले की तरह अन्य बंदर तो पकड़ ने नहीं आ गया। क्योंकि एक बार पहले भी इसी बन्दर के चक्कर ने दूसरा बन्दर पकड़ में आ गया था। यह तो अब बाद में ही पता चलेगा कि अब बदर के हमले नही होंगे।
अग्निपथ ने उठाया था मुद्दा
बंदर के हमले से लोगों को हो रही परेशानी को लेकर दैनिक अग्निपथ दिनांक 16 एवं 22 नवंबर को प्रमुखता से खबर प्रकाशित की थी। जिससे प्रशासन को वन विभाग की टीम बुधवार को वन विभाग के अधिकारी संदीप तिवारी के मार्गदर्शन में मदन सिंह मोहरे प्रभारी रेस्क्यू टीम, सोनू चौहान, राजेंद्र चौहान, देवकरण, रुनीजा के सुनील यादव जनपद सदस्य, राजेश मईड़ा, प्रेम धाकड़, आशुतोष परवाल आदि के सहयोग से बंदर को पकड़ लिया।