पर्दे के पीछे और भी बड़े जादूगर, पुलिस सख्ती से पूछताछ करें तो शहर के सफेदपोश भी आएंगे सामने
धार, अग्निपथ। लालच की दुकान आज देश दुनिया में इस तरीके से चल रही है कि पढ़े-लिखे समझदार व्यक्ति भी इनके बहकावे में आकर अपने जीवन भर की कमाई लगा देते हैं बाद में फ्राड होने के बाद वह थानों व कोर्ट कचहरी के चक्कर लगाते हैं ऐसा ही मामला बीते दिनों धार कोतवाली में देखने को मिला जिसको लेकर शहर के अलग-अलग लोगों ने चिटफंड कंपनी में अपना पैसा लगाया था उसको लेकर एसपी व थाने में आवेदन दिए वही तुरंत ही धार कोतवाली व एसपी में मामले की जाँच की ओर शनिवार रात को कोतवाली थाने की पुलिस ने चिटफंट मामले में फरियादी अखिलेश पिता रामेश्वर चौधरी के आवेदन पर छह लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया है।
कोतवाली टीआई दीपकसिंह चौहान ने बताया कि आवेदन पर रितेश पिता दिलीप कुमार पांचाल निवासी पनवेल नवी मुंबई, भावना पति रितेश पांचाल, हर्षित पिता दिलीप कुमार पांचाल, विशाल शाह, शुभम तिवारी निवासी सदर, पंकज सोलंकी पिता सत्यनारायण सोलंकी निवासी मारूतिपुरा धार व इनके सहयोगी धार के अन्य लोगों के साथ एसएम ट्रेड कंपनी के नाम से पैसा तीन गुना करने का लालच देकर करोड़ों रुपए की धोखाधड़ी करने पर सभी आरोपियों के विरुद्ध धारा 420,406,409, 34 मप्र निवेशकों के हितों का संरक्षण अधिनियम 2000 की धारा 6(1) के तहत केस दर्ज कर मामला विवेचना में लिया है।
मारुतिपुरा से चलती थी 420 की दुकान
मारुतिपुरा में संचालित होने वाली महाकाल कंपनी के खिलाफ दूसरे दिन भी कोतवाली में आवेदन पहुंचे। इसमें भी कंपनी के कर्ताधर्ताओं ने लोगों को अधिक ब्याज देने का लालच दिया था। किसी ने एफडी तो किसी ने अन्य योजनाओं में निवेश किया था। इसके बाद अब कंपनी रुपए नहीं दे रही है। इसका संचालन मारुतिपुरा से होता था। वहीं से इसका मैनेजर पंकज सोलंकी संचालन करता था मगर इसके पूछे बड़ी भूमिका में शहर के कई सफेदपोश लोग भी इसमें शामिल है वही इसके द्वारा भी लोगों को लूटा गया है।
अलग अलग लोगो ने दिए आवेदन
चिटफंड कंपनी पर कार्रवाई करवाने के लिए शहर भर से लोगों ने अलग अलग आवेदन दिया जिसमें दिलीप पटेल ने भी आवेदन दिया है। आवेदन में बताया कि रितेश पांचाल और पंकज ने उन्हें अलग-अलग योजनाओं में अधिक ब्याज मिलने के ड्रीम दिखाए। इन लोगों पर भरोसा करके दस लाख रुपए निवेश कर दिया है। ये लोग अब रुपए नहीं लौटा रहे है। कोतवाली में प्रकाश यादव ने आवेदन सौंपा है। आवेदन में बताया कि रितेश पांचाल और पंकज सोलंकी ने अधिक ब्याज का लालच दिया था। उन्होंने बातों में विश्वास कर दो लाख रुपए नकद दे दिए। इसके बाद अब ये लोग रुपए नहीं लौटा रहे हैं।
ऑनलाइन आईडी बनवाई गई
वही ठगाए लोगों ने पुलिस को सौंपे आवेदन में बताया कि हमारे व परिवार के सदस्यों के नाम पर राशि जमा करवाते हुए मोबाइल स्मार्ट फोन में मेजिक्स 3-एक्स के नाम से ऑनलाइन आईडी बनवाई गई। उसी फोन से बिजनेस संचालित होने लगा, जिसके कारण ही पीडि़तों ने अपनी राशि दी थी। किंतु समय-समय पर आने वाला रिटर्न देने का जो आश्वासन दिया गया था, उस अनुसार कोइ राशि आज तक पीडि़तों परिवार को नही मिली। आवेदक ने बताया कि मैनेजर पंकज सोलंकी को लेकर पीडित मुंबई स्थित कंपनी के डायरेक्टर से मिलने गए थे जिसके बाद आज तक राशि नही लौटाई।
शहर के सफेदपोश भी बनेंगे आरोपी
अगर सख्ती से पूछताछ की जाए तो पंकज सौलंकी कहीं राज खोलेगा। कोई शहर के कई लोग ऐसे हैं जो पर्दे के पीछे इस कंपनी का संचालन धार में कर रहे थे वह इसके साथ ही कहीं पीडि़त लोग और भी सामने आएंगे वही विनोद चौहान, दिनेश भाटिया, रोशन यादव, पूर्णिमा राजपुरोहित, मोहम्मदी, दिलीप, प्रवीण, सुरेश सहित कई लोग भी कार्यवाही की गुहार लेकर थाने पहुँचे थे। जिनकी राशि लाखो में है। पुलिस के अनुसार मैनेजर पंकज सोलंकी के साथ धार के चार से पांच अन्य दलाल भी कंपनी में जुड़े हुए थे, इन दलालों ने ही शहर के अन्य लोगों को निवेश करने के लिए बताया था। अब ये दलाल भी पुलिस की नजरों पर आ गए है जल्द ही उनके गिरेबान पर पुलिस का हाथ होगा हैं,।
पुलिस द्वारा चिटफंड कंपनी पर कार्रवाई करने के बाद महाराष्ट्र के आरोपियों को पकडऩे के लिए टीम गठित की गई है वहीं जल्द ही आरोपियों को पकड़ा जाएगा ओर लोग भी धोखाधडी का शिकार हुए है। इनके आवेदन भी पुलिस मिले है मैनेजर पंकज सोलंकी पुलिस हिरासत में है। जिससे आगे की पूछताछ भी पुलिस कर रही है।
– दीपक चौहान टीआई थाना कोतवाली