रेलकर्मियों के परिवार भी हुए शामिल, 4 सितम्बर को डीआरएम कार्यालय का घेराव
उज्जैन, अग्निपथ। रतलाम मंडल के रेल प्रशासन द्वारा लोको पायलट मेल एक्सप्रेस के पदोन्नति आदेश में उज्जैन से लोको पायलट पैसेंजर को इंदौर स्थानांतरित करने के मनमाने आदेश जो कि संगठनों की रेल प्रशासन के साथ हुई बैठक में बनी सहमति के खिलाफ निकाले गए थे। इस मनमाने आदेश को मनवाने के लिए अधिकारियों द्वारा अनैतिक दबाव बनाया जा रहा है। कर्मचारियों को रात में फ़ोन करके ,मण्डल कार्यालय में बुलाकर डराया जा रहा है। भविष्य खराब करने की धमकी दी जा रही है। इस प्रकार की दबावपूर्ण कार्रवाई से कर्मचारी आतंकित और भयभीत हैं और मानसिक रूप से भी परेशान हैं।
इस आदेश के विरोध में आंदोलन के साथ पिछले सात दिन से क्रमिक भूख हड़ताल हो रही है, जिसमे रविवार को महिला कर्मचारियों किरण शेख, संध्या यादव, वंदना ने भी भूख हड़ताल पर बैठकर विरोध दर्ज किया। उज्जैन लॉबी बचाओ संयुक्त संघर्ष समिति के संयोजक एसएस शर्मा और अभिलाष नागर के आह्वान पर आज उज्जैन स्टेशन परिसर में जोरदार रैली एवं केंडल मार्च निकालकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की गई। इस केंडल मार्च में समस्त व्यापारिक संगठन, सामाजिक संगठन, विद्यार्थी संगठन ने भाग लेकर समर्थन दिया।
4 सितम्बर को डीआरएम कार्यालय का घेराव
संयुक्त संघर्ष समिति के एसके यादव, रविन्द्र उपाध्याय, राजेश दीक्षित, नरेंद्र सहगल, अनिल चौबे ने बताया कि आदेश के वापस न लेने की दशा में 4 सितंबर सोमवार को परिवार सहित रतलाम डीआरएम कार्यालय का घेराव किया जायेगा। उज्जैन बचाओ संयुक्त संघर्ष मोर्चा समिति के निवेदन पर इस आंदोलन में समस्त उज्जैन वासी, रिटायर्ड रेल कर्मचारी, व्यापारी, व्यापारिक संस्थान, विद्यार्थी, विद्यार्थी संगठन, समस्त सामाजिक संस्थाएं एवं उनके परिजनों ने हमारी इस लड़ाई को प्रधानमंत्री, रेल मंत्री, मु यमंत्री, सांसदों, विधायकों एवं अन्य जन प्रतिनिधियों तक पहुंचाने का कार्य शुरू कर दिया है।