मंदिर के नंदी हाल में प्रतिदिन 22 पुजारी पुरोहित करेंगे लघुरूद्र का पाठ
उज्जैन, अग्निपथ। श्री महाकालेश्वर मंदिर में मंदिर समिति द्वारा जनकल्याण की कामना व सुवृष्टि के लिए रविवार से महाकाल के आंगन में महारूद्र अनुष्ठान प्रारंभ हुआ। मंदिर समिति के अध्यक्ष व कलेक्टर ने सपत्नीक पूजन में शामिल होकर अनुष्ठान प्रारंभ किया। मंदिर के करीब 22 पुजारी पुरोहित नंदी हाल में बैठकर प्रतिदिन सुबह 11 से दोपहर 2 बजे तक पाठ करेंगे। इस दौरान गर्भगृह में भगवान महाकाल पर बंधी मटकियों से जल धारा बहेगी।
श्री महाकालेश्वर मंदिर में रविवार को मंदिर समिति के अध्यक्ष व कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने सपत्नीक नंदी हाल में महारूद्र अनुष्ठान के लिए पूजन अर्चन किया। इसके बाद मंदिर समिति के सदस्य राजेंद्र शर्मा गुरु ने भगवान महाकाल के गर्भगृह में सपत्नीक पूजन किया।
भगवान महाकाल का पूजन के बाद नंदी हाल में महारूद्र अनुष्ठान के लिए पुजारी पं. घनश्याम शर्मा के आचार्यत्व में मंदिर के करीब 22 पुजारी व पुरोहितों ने लघुरूद्र का पाठ शुरू किया। अनुष्ठान 10 मई तक चलेगा। प्रतिदिन लघुरूद्र के मंत्रों का जाप करते हुए सुबह 11 से दोपहर 2 तक दो लघु रूद्र के पाठ किए जाएंगे।
मंदिर प्रबंध समिति के सदस्य पुजारी राम शर्मा ने बताया कि महारूद्र अनुष्ठान जनकल्याण और उत्तम वर्षा के लिए किया जा रहा है। महारूद्र अनुष्ठान के लिए मंदिर के ही पुजारी व पुरोहित प्रतिदिन लघुरूद्र का पाठ करेंगे। इस दौरान गर्भगृह में भगवान महाकाल का सतत् जल से अभिषेक होगा। अनुष्ठान की पूर्णता अक्षय तृतीया को होगी।
पूजन के दौरान पं. आशीष शर्मा, पं. प्रदीप शर्मा, पं. राजेश गुरू, पं. दिनेश गुरू, पं.अभिषेक गुरू, पं. लोकेंद्र व्यास, पं. विश्वास कराडक़र, पं. विजय उपाध्याय, पं. सत्यनारायण जोशी, पं. तिलक व्यास व मंदिर समिति के प्रशासक मृणाल मीना, सहायक प्रशासक मूलचंद जूनवाल, सहायक प्रशासनिक अधिकारी प्रतीक द्विवेदी व मंदिर के कर्मचारी मौजूद थे।