कालिदास समारोह के समापन अवसर पर 18 नवम्बर को विजेता प्रतिभागियों को सम्मानित किया जायेगा
उज्जैन, अग्निपथ। अखिल भारतीय कालिदास समारोह के अवसर पर आयोजित राष्ट्रीय कालिदास चित्र एवं मूर्तिकला प्रतियोगिता-2021 के पुरस्कारों की घोषणा की गई है।
अकादमी के निदेशक डॉ.गोविन्द दत्तात्रेय गन्धे ने यह जानकारी देते हुए बताया कि वर्ष 2023 की प्रदर्शनी के लिए महाकवि कालिदास विरचित ‘कुमारसम्भवम्’ पर केन्द्रित पारम्परिक शैली की कलाकृतियाँ आमंत्रित की गई थीं। प्रतियोगिता में 11 राज्यों (मध्यप्रदेश, हिमाचल प्रदेश, ओडिशा, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, गुजरात, नईदिल्ली, महाराष्ट्र एवं राजस्थान) के प्रतिभागियों से 139 प्रवेश-पत्रों के माध्यम से कुल 168 चित्र एवं 24 मूर्तियाँ प्राप्त हुई थीं।
प्राप्त कलाकृतियों में से निर्णायक मण्डल द्वारा 73 चित्र एवं 8 मूर्तियों का चयन प्रदर्शनी के लिए किया गया। अखिल भारतीय कालिदास समारोह-2024 18 नवम्बर को समापन अवसर पर अतिथियों द्वारा प्रत्येक पुरस्कृत कलाकरों को रुपये एक लाख का पुरस्कार, प्रमाण-पत्र एवं प्रतीक चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया जायेगा।
वर्ष 2023 के चित्रकला पुरस्कार हेतु सुश्री सौदामिनी मुदुली, पुरी (ओडिशा) की कृति ‘संपूर्ण कुमारसम्भवम् ’, श्री कैलाश साहू, अजमेर (राजस्थान) की कृति ‘कुमारसम्भवम्’, श्री भुवनेश्वर कुमार, चम्बा (हिमाचल प्रदेश) की कृति ‘भगवान् शंकर के विवाह की शोभायात्रा’, श्री गणेशलाल गौड, उदयपुर (राजस्थान) की कृति ‘गौरी शंकर का अभिनन्दन’ का चयन किया गया। मूर्तिकला 2023 के लिए पुरस्कार श्री सन्दीप साकरे, बैतूल (मध्यप्रदेश) की कृति ‘शिव पार्वती’ को प्राप्त हुआ।