मंजूरी के बाद भी विभागीय उदासीनता, इंदौर-जोधपुर ट्रेन का स्टॉपेज नहीं

रुनीजा(बडऩगर), अग्निपथ। इंदौर-जोधपुर ट्रेन के रुनिजा में स्टॉपेज रेलवे बोर्ड से मंजूरी के बाद भी अब तक शुरू नहीं हुआ है। विभागीय उदासीनता के चलते क्षेत्र के रहवासियों को सुविधा मिलने में देर हो रही है।

ट्रेन के ठहराव के मुद्दे को दैनिक अग्निपथ समाचार पत्र में लगातार उठाने के फलस्वरूप एवं क्षेत्र के नागरिकों व जनप्रतिनिधियों द्वारा काफी समय से उज्जैन-आलोट के सांसद अनिल फिरोजिया से इसकी मांग की जाने एवं केंद्रीय राज्यमंत्री सावित्री ठाकुर को धार जिले के क्षेत्रवासियों द्वारा ज्ञापन दिए जाने के फलस्वरूप रेल मंत्रालय द्वारा इस ट्रेन के रुनिजा ठहराव को मंजूरी दे दी गई है। लेकिन संबंधित विभाग के उदासीन रवैये के कारण अभी तक इस ट्रेन का स्टापेज रुनिजा में नहीं हो पाया है। उज्जैन, रतलाम, धार जिले के कई गांवो के लिए यह घोषणा आसमान से टपके व खजूर में अटके जैसी हो गई है।

रेलवे बोर्ड के संयुक्त महानिदेशक (कोचिंग) विवेक कुमार सिन्हा द्वारा 9 सितंबर को पत्र जारी कर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक मुम्बई एवम उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक जयपुर को शीघ्र सुविधाजनक दिनांक तय कर इंदौर-जोधपुर ट्रेन का ठहराव रुनिजा किए जाने के बारे में कहा गया था। जिसके पालन में इंदौर जोधपुर ट्रेन को रुनिजा में ठहराव प्रदान करने के लिए पश्चिम रेलवे द्वारा रतलाम रेल मंडल प्रबंधक (डीआरएम) से एवं सीपीआरओ विभाग से ठहराव देने के लिए अनुकूल तारीख मांगी गई है।

लेकिन विभाग की उदासीनता के चलते 21 दिन में भी तारीख सुनिश्चित नहीं हो पाई है । बता दें कि प्रस्तावित गाड़ी को ठहराव देने हेतु तारीख सुनिश्चित होने के पश्चात ही नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। उसके बाद ही उक्त ट्रेन रुनीजा में रुकने लगेगी। इस ट्रेन के रुनिजा ठहराव होने से क्षेत्र के किसान को फसल बिक्री के मामले में पिपलिया मंडी, मंदसौर, नीमच व राजस्थान आने जाने में सुविधा हो जाएगी। साथ ही 3 अक्टूबर से नवरात्रि शुरू होने वाली है । क्षेत्र के कई माता भक्तो एवम दूर दराज में रहने वाले कई ऐसे परिवार है जिनकी कुलदेवी गजनी खेड़ी स्थित चामुंडा माताजी है। यदि उक्त ट्रेन नवरात्री में ही रुकने लगे तो देश के हजारों माता के भक्तों को नवरात्रि में बहुत सुविधा हो जाएगी।

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