बांछड़ा डेरे में सांस टूटने तक पीटा था लोकेश को

रतलाम पुलिस ने किया खुलासा-मृतक दुर्लभ गैंग का फॉलोअर, चाकू निकालकर धमकाया था

उज्जैन, अग्निपथ। रतलाम के परवलिया बांछड़ा डेरे में बुधवार को मिले युवक के शव के मामले में गुरुवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। युवक की 10 रुपए की सिगरेट के 15 रुपए में लेने के विवाद में दुकानदार और उसके साथियों ने पीट-पीट कर हत्या की। वारदात के बाद उसकी लाश को बाइक से ले जाकर कुएं में फेंक दिया।
मृतक उज्जैन का लोकेश तंबोलिया (23) है। वो उज्जैन के दुर्लभ गैंग को फॉलो करता था। उसके सभी साथी दुर्लभ गैंग को अपना आइडल मानते हैं। रहते भी गैंग के सदस्यों की तरह ही हैं। सभी के चेहरे और आंख के ऊपर कट का निशान है। सभी उज्जैन के चाकूबाज हैं।

1 नवंबर को साथियों के साथ उज्जैन से निकला था

लोकेश अपने दोस्त आनंद उर्फ अभिषेक, सोमिक सुनहरे, रोहित कुमार, लखन, गोलू, गट्टू, कार्तिक और सौरभ के साथ उज्जैन से सांवलियाजी जाने के लिए 1 नवंबर को निकला था। उसी रात सभी लोग रतलाम जिले के जावरा-नीमच फोरलेन स्थित बांछड़ा डेरे पर रुके थे। लोकेश अपने एक साथी के साथ परवलिया रोड पर स्थित किराना दुकान पहुंचा। दुकानदार यश चौहान ने 10 रुपए की सिगरेट के 15 रुपए लिए। ज्यादा रुपए लेने पर आपत्ति जताते हुए लोकेश ने दुकानदार को चाकू दिखाया।

इसके बाद सभी दोस्त आए और ढाबे पर खाना खाने चले गए। ढाबे से लोकेश और सभी दोस्त खाना खाकर बाहर निकले तो वहां किराना दुकानदार यश अपने साथियों के साथ खड़ा था। यश उसका इंतजार कर रहा था। दोनों के बीच चाकू दिखाने की बात पर विवाद हुआ। इसके बाद यश चौहान ने अपने साथियों के साथ मिलकर लोकेश को पीटना शुरू कर दिया।

लोकेश को इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई

एसपी अमित कुमार के मुताबिक मारपीट के बाद लोकेश समेत सभी दोस्त अपनी जान बचाकर इधर-उधर भाग गए। इसी दौरान लोकेश आरोपियों के हाथ लग गया, बाकी सभी दोस्त भाग गए। लोकेश को इतना मारा की उसकी मौत हो गई। इसके बाद आरोपियों ने गांव के सरफराज के कुएं में शव फेंक दिया।

लोकेश उज्जैन नहीं पहुंचा, मोबाइल भी ऑफ था

मारपीट के दौरान भागने वाले सभी दोस्त उज्जैन में मिले, पर लोकेश नहीं पहुंचा। उसका मोबाइल भी बंद आ रहा था। तब दोस्तों ने लोकेश के घरवालों को पूरा घटनाक्रम बताया। इसके बाद लोकेश का भाई उसके साथ दोस्त सोमिक सुनहरे के साथ रतलाम जिले की ढोढर पुलिस चौकी पहुंचा। उसने यहां लोकेश की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने ध्यान नहीं दिया।

मामले को हल्के में लिया, चौकी प्रभारी सस्पेंड

एसपी अमित कुमार को घटनाक्रम के बारे में बता चला तो वह परवलिया पहुंचे। इसके बाद ग्राम परवलिया निवासी यश, रिंकू, पीयूष समेत 6 लोगों के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज लोकेश की तलाश शुरू की। वहीं, इस मामले में लापरवाही बरतने वाले ढोढर पुलिस चौकी प्रभारी कन्हैया अवश्या को संस्पेंड कर दिया गया।
पुलिस को लगातार गुमराह करते रहे आरोपी

पुलिस के मुताबिक दुकानदार यश चौहान समेत सभी आरोपी वारदात को छिपाने की कोशिश कर रहे थे। पूछताछ के दौरान वे पुलिस को लगातार गुमराह करते रहे। सभी एक-दूसरे को जानकारी होने की बात बताते रहे। पुलिस ने बांछड़ा डेरों में भी सर्चिंग की। सख्ती बरती तो आरोपियों ने पूरी बात बताई। उनकी बताई जगह पर पुलिस पहुंची तो लोकेश का शव कुएं में दिखा। खुलासे के बाद सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है।

वारदात में दुकानदार यश समेत 6 आरोपी

वारदात में यश (20) पिता राजकुमार चौहान (बांछड़ा), पीयूष (22) मां सुमन चौहान, रिंकू (19) पिता बंशीलाल चौहान, अभिषेक (25) माता ममता चौहान, क्रिश उर्फ विराट (21) पिता रघुवन चौहान, रितिक (24) पिता राजकुमार चौहान निवासी बांछड़ा डेरा परवलिया शामिल हैं।
एसपी अमित कुमार ने बताया कि आरोपियों का आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाला जा रहा है। बांछड़ा डेरों में बढ़ती अवैध गतिविधियों को लेकर प्लानिंग के साथ कार्रवाई की जाएगी।

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